नई दिल्ली: खाद्य, उर्वरक, यूरिया और पेट्रोलियम पर दी जा रही प्रमुख सब्सिडी जून 2019 तक कुल 1.51 लाख करोड़ रुपये रही, जो बजट अनुमानों का 51 फीसदी है.
यह पिछले साल के समान अवधि से 44 फीसदी अधिक है. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के जून के आंकड़ों से पता चलता है कि जून 2019 तक सब्सिडी 2,96,684 करोड़ रुपये के बजट अनुमान में से 1,51,824.24 करोड़ रुपये थी. पिछले साल की समान अवधि में यह रकम 1,16,820.17 करोड़ रुपये (बजट अनुमान का 44 फीसदी) थी.
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जून के अंत तक सबसे ज्यादा रकम खाद्य सब्सिडी में 94,406.16 करोड़ रुपये दी गई, जबकि बजट अनुमान 1,84,220 करोड़ रुपये (51 फीसदी खर्च) थी.
पोषक तत्वों पर आधारित उर्वरक सब्सिडी जून के अंत तक 9,606.18 करोड़ रुपये (बजट अनुमान का 39 फीसदी) थी, जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 8,238.34 करोड़ रुपये थी. इस सब्सिडी के लिए चालू वित्त वर्ष के लिए बजट अनुमान 24,832 करोड़ रुपये रखा गया है.
जून-अंत में यूरिया सब्सिडी 19,482.99 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो कि 50,154 करोड़ रुपये के बजट अनुमान का 39 फीसदी है. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 8,590.96 करोड़ रुपये थी.
समीक्षाधीन अवधि में पेट्रोलियम सब्सिडी 28,328.91 करोड़ रुपये थी, जो कि बजट अनुमान के 37,478 करोड़ रुपये का 76 फीसदी है.