नई दिल्ली: भारत का व्यापारिक निर्यात जुलाई में सालाना आधार पर 2.25 फीसदी बढ़कर 26.33 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने में 25.75 अरब डॉलर था. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 'इलेक्ट्रॉनिक सामान', 'ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स', 'कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन' और 'समुद्री उत्पाद' के निर्यात में समीक्षाधीन महीने के दौरान सबसे अधिक तेजी रही.
मंत्रालय ने कहा, "जुलाई 2019 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण निर्यात 19.70 अरब डॉलर था, जबकि जुलाई 2018 में 18.72 अरब डॉलर था. इसमें 5.28 फीसदी की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है."
दूसरी ओर, जुलाई में आयात 10.43 फीसदी घटकर 39.76 अरब डॉलर हो गया, जो कि 2018 के इसी महीने में 44.39 अरब डॉलर था.
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मंत्रालय ने कहा, "जुलाई 2019 में तेल आयात 9.60 अरब डॉलर था, जो डॉलर के संदर्भ में 22.15 फीसदी कम था (रुपये में 22.02 प्रतिशत कम), जबकि यह जुलाई 2018 में 12.33 अरब डॉलर (84,707.59 करोड़ रुपये) था."
इसके अलावा, मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई 2018 में गैर-तेल और गैर-सोने का आयात 2.22 फीसदी घटकर 29.09 अरब डॉलर से 28.45 अरब डॉलर हो गया.
नतीजतन, जुलाई में व्यापार घाटा 2018 की इसी अवधि में 18.63 अरब डॉलर के घाटे के मुकाबले 13.43 अरब डॉलर तक सीमित हो गया.
ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा, "उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं और उपभोक्ता गैर टिकाऊ वस्तुएं जैसे इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, फार्मा, मरीन और टेक्सटाइल्स में जुलाई 2019 के महीने में निर्यात में 2.25 फीसदी की वृद्धि हुई है."
इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल इंडिया के अध्यक्ष रवि सहगल के अनुसार, "वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल स्थितियों और घरेलू बाधाओं के कारण देश का निर्यात बाधित है, जैसा कि जुलाई में महज 2.25 फीसदी की मामूली वृद्धि से स्पष्ट होता है. वहीं, इंजीनियरिंग क्षेत्र का निर्यात नकारात्मक हो गया है."