नई दिल्ली: देश में बिजली खपत मार्च में 9.24 प्रतिशत घटकर 100.13 अरब यूनिट रही. मुख्य रूप से कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये लॉकडाउन (बंद) के कारण वाणिज्यिक और औद्योगिक मांग कम रही.
एक साल पहले इसी महीने में यह 110.32 अरब यूनिट थी. नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर के आंकड़े के अनुसार इस साल मार्च में बिजली की खपत 100.13 अरब यूनिट रही.
आंकड़े के अनुसार एक मार्च से 21 मार्च की अवधि की तुलना में 22 से 31 मार्च के दौरान बिजली मांग काफी कम रही.
ये भी पढ़ें- आरबीआई ने कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक असर से निपटने के लिए नए उपायों की घोषणा की
कोरोना वायरस महामारी के कारण सरकार ने 25 मार्च से 21 दिन के देशव्यापी बंद की घोषणा की है.
आंकड़े के अनुसार देश में मार्च में शुरू के तीन सप्ताह (21 मार्च) में तीन मार्च को बिजली आपूर्ति सर्वाधिक 1,70,170 मेगावाट रही जबकि माह के शेष 10 दिनों के दौरान 23 मार्च को यह घटकर 1,45,490 मेगावाट पर आ गयी.
इस प्रकार, इस दौरान बिजली की अधिकतम आपूर्ति में 25,000 मेगावाट यानी 17 प्रतिशत की कमी आयी है.
आंकड़े के अनुसार 27 मार्च को यह 1,15,230 मेगावाट तक चला गया. माह के पहले तीन महीने के दौरान बिजली की आपूर्ति 1,60,000 मेगावाट के आसपास बनी रही.
उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार बिजली की मांग 14 अप्रैल तक बंद के दौरान कम बनी रह सकती है. इसका कारण वाणिज्यिक के साथ-साथ औद्योगिक मांग में कमी है.
(पीटीआई-भाषा)