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चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध से चिंतित जिनपिंग सरकार - टिकटॉक

एक दैनिक समाचार ब्रीफिंग के दौरान मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने बीजिंग में संवाददाताओं से कहा, "चीन भारतीय पक्ष द्वारा जारी प्रासंगिक नोटिस के बारे में चिंतित है. हम स्थिति की जांच और आकलन कर रहे हैं."

चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध से चिंतित शी सरकार
चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध से चिंतित शी सरकार
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Published : Jun 30, 2020, 7:38 PM IST

नई दिल्ली: भारत की ओर से टिकटॉक और वीचैट जैसे लोकप्रिय चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद मंगलवार को चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि इससे हम काफी चिंतित हैं.

एक दैनिक समाचार ब्रीफिंग के दौरान मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने बीजिंग में संवाददाताओं से कहा, "चीन भारतीय पक्ष द्वारा जारी प्रासंगिक नोटिस के बारे में चिंतित है. हम स्थिति की जांच और आकलन कर रहे हैं."

झाओ ने कहा, "हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि चीनी सरकार हमेशा चीनी व्यवसायों को अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय कानूनों और विनियमों का पालन करने के लिए कहती है."

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की चीनी निवेशकों के कानूनी अधिकारों को बनाए रखने की जिम्मेदारी है.

लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास गलवान घाटी में 15 जून की रात चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इसके दो सप्ताह बाद ही अब भारत ने सोमवार को 50 चीनी मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है.

ये भी पढ़ें: टिकटॉक, शेयरइट समेत चीनी ऐप पर लगा प्रतिबंध, जानिए सुरक्षित विकल्प

सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, सरकार ने उन 59 मोबाइल एप्स को प्रतिबंधित किया है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरनाक थे.

बीजिंग के हिंसक स्वभाव और आक्रामक मुद्रा के बाद से भारत में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) शासन के खिलाफ काफी रोष और गुस्सा देखने को मिला है. यही वजह है कि चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लग जाने के बाद काफी लोगों ने सोशल मीडिया पर इस फैसले का स्वागत किया है.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: भारत की ओर से टिकटॉक और वीचैट जैसे लोकप्रिय चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद मंगलवार को चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि इससे हम काफी चिंतित हैं.

एक दैनिक समाचार ब्रीफिंग के दौरान मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने बीजिंग में संवाददाताओं से कहा, "चीन भारतीय पक्ष द्वारा जारी प्रासंगिक नोटिस के बारे में चिंतित है. हम स्थिति की जांच और आकलन कर रहे हैं."

झाओ ने कहा, "हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि चीनी सरकार हमेशा चीनी व्यवसायों को अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय कानूनों और विनियमों का पालन करने के लिए कहती है."

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की चीनी निवेशकों के कानूनी अधिकारों को बनाए रखने की जिम्मेदारी है.

लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास गलवान घाटी में 15 जून की रात चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इसके दो सप्ताह बाद ही अब भारत ने सोमवार को 50 चीनी मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है.

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सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, सरकार ने उन 59 मोबाइल एप्स को प्रतिबंधित किया है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरनाक थे.

बीजिंग के हिंसक स्वभाव और आक्रामक मुद्रा के बाद से भारत में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) शासन के खिलाफ काफी रोष और गुस्सा देखने को मिला है. यही वजह है कि चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लग जाने के बाद काफी लोगों ने सोशल मीडिया पर इस फैसले का स्वागत किया है.

(आईएएनएस)

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