ETV Bharat / business

कर्ज देने के लिये एनबीएफसी के साथ 400 जिलों में खुली बैठकें करेंगे बैंक: सीतारमण - एनपीए

सीतारमण ने कहा कि खुले रूप से ये बैठकें दो चरणों में होगी। पहली बैठक मंगलवार 24 सितंबर से 29 सितंबर को 200 जिलों में होगी. उसके बाद 10 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच 200 अन्य जिलों में इसी प्रकार की बैठकें होंगी.

कर्ज देने के लिये एनबीएफसी के साथ 400 जिलों में खुली बैठकें करेंगे बैंक: सीतारमण
author img

By

Published : Sep 19, 2019, 9:22 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 6:30 AM IST

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि बैंक एनबीएफसी और खुदरा कर्ज लेने वालों के साथ 400 जिलों में बैठकें करेंगे. ये बैठकें अगले सप्ताह से शुरू होंगी. इसका मकसद मकान खरीदारों और किसानों समेत कर्ज चाहने वालों को ऋण सुलभ कराना है.

सीतारमण ने कहा कि खुले रूप से ये बैठकें दो चरणों में होगी. पहली बैठक मंगलवार 24 सितंबर से 29 सितंबर को 200 जिलों में होगी. उसके बाद 10 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच 200 अन्य जिलों में इसी प्रकार की बैठकें होंगी.

उन्होंने कहा कि इसके पीछे सोच यह है कि त्योहारों के दौरान ज्यादा-से-ज्यादा कर्ज देना सुनिश्चित किया जा सके. दिवाली अक्टूबर में है और इसे देश में खरीदारी का सबसे अच्छा समय माना जाता है.

ये भी पढ़ें: मार्च 2020 तक एमएसएमई के तनावग्रस्त ऋण को एनपीए न घोषित करें बैंक: वित्त मंत्री

खुली बैठकों के दौरान खुदरा, कृषि और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों) और आवास एवं अन्य क्षेत्रों के लिये कर्ज उपलब्ध कराये जाएंगे.

मंत्री ने बताया कि बैंकों से दबाव वाले किसी भी एमएसएमई कर्ज को 31 मार्च 2020 तक फंसा कर्ज (एनपीए) घोषित नहीं करने को कहा गया है.

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि बैंक एनबीएफसी और खुदरा कर्ज लेने वालों के साथ 400 जिलों में बैठकें करेंगे. ये बैठकें अगले सप्ताह से शुरू होंगी. इसका मकसद मकान खरीदारों और किसानों समेत कर्ज चाहने वालों को ऋण सुलभ कराना है.

सीतारमण ने कहा कि खुले रूप से ये बैठकें दो चरणों में होगी. पहली बैठक मंगलवार 24 सितंबर से 29 सितंबर को 200 जिलों में होगी. उसके बाद 10 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच 200 अन्य जिलों में इसी प्रकार की बैठकें होंगी.

उन्होंने कहा कि इसके पीछे सोच यह है कि त्योहारों के दौरान ज्यादा-से-ज्यादा कर्ज देना सुनिश्चित किया जा सके. दिवाली अक्टूबर में है और इसे देश में खरीदारी का सबसे अच्छा समय माना जाता है.

ये भी पढ़ें: मार्च 2020 तक एमएसएमई के तनावग्रस्त ऋण को एनपीए न घोषित करें बैंक: वित्त मंत्री

खुली बैठकों के दौरान खुदरा, कृषि और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों) और आवास एवं अन्य क्षेत्रों के लिये कर्ज उपलब्ध कराये जाएंगे.

मंत्री ने बताया कि बैंकों से दबाव वाले किसी भी एमएसएमई कर्ज को 31 मार्च 2020 तक फंसा कर्ज (एनपीए) घोषित नहीं करने को कहा गया है.

Intro:Body:

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि बैंक एनबीएफसी और खुदरा कर्ज लेने वालों के साथ 400 जिलों में बैठकें करेंगे. ये बैठकें अगले सप्ताह से शुरू होंगी। इसका मकसद मकान खरीदारों और किसानों समेत कर्ज चाहने वालों को ऋण सुलभ कराना है.

सीतारमण ने कहा कि खुले रूप से ये बैठकें दो चरणों में होगी। पहली बैठक मंगलवार 24 सितंबर से 29 सितंबर को 200 जिलों में होगी. उसके बाद 10 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच 200 अन्य जिलों में इसी प्रकार की बैठकें होंगी.

उन्होंने कहा कि इसके पीछे सोच यह है कि त्योहारों के दौरान ज्यादा-से-ज्यादा कर्ज देना सुनिश्चित किया जा सके. दिवाली अक्टूबर में है और इसे देश में खरीदारी का सबसे अच्छा समय माना जाता है.

खुली बैठकों के दौरान खुदरा, कृषि और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों) और आवास एवं अन्य क्षेत्रों के लिये कर्ज उपलब्ध कराये जाएंगे.

मंत्री ने बताया कि बैंकों से दबाव वाले किसी भी एमएसएमई कर्ज को 31 मार्च 2020 तक फंसा कर्ज (एनपीए) घोषित नहीं करने को कहा गया है.

ये भी पढ़ें:


Conclusion:
Last Updated : Oct 1, 2019, 6:30 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.