नई दिल्ली : ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने कोविड-19 मरीजों को संभावित प्लाज्मा दानकर्ताओं से जोड़ने के लिए 'श्रमजीवी' नाम का एक प्लेटफॉर्म शुरू किया है. इसी के साथ स्नैपडील उन कंपनियों में शामिल हो गयी है जिन्होंने देश में महामारी की दूसरी लहर के बीच लोगों की मदद के लिए डिजिटल सेवाएं शुरू की हैं.
फेसबुक और गूगल जैसी बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों से लेकर हेल्दीफाईमी जैसे स्टार्टअप ने टीकाकरण की खातिर स्लॉट का पता लगाने में लोगों की मदद के लिए पिछले कुछ हफ्तों में कई डिजिटल सेवाएं शुरू की हैं.
देश में तकनीक पर बढ़ती निर्भरता और सोशल मीडिया की व्यापक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए कई कंपनियां और डेवलपर अस्पताल के बिस्तर, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलिंडर जैसे संसाधनों की तलाश में लगे लोगों की मदद कर रही हैं.
स्नैपडील ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसने 'संजीवनी' नाम का एक प्लेटफॉर्म तैयार किया है जो देश में कंपनी की व्यापक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए लोगों को आपस में जोड़ेगा. इसके दायरे में देश के छोटे शहर और कस्बे भी आएंगे.
ये भी पढ़ें : सिप्ला ने कोविड-19 की दवा बनाने, बेचने के लिए एली लिली के साथ किया समझौता
कंपनी ने कहा कि वेबसाइट और मोबाइल ऐप की मदद से इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा सकता है जहां मरीज और प्लाज्मा दानकर्ता दोनों अपने मोबाइल नंबर/ईमेल आईडी के साथ अपना पंजीकरण करा सकते हैं और रक्त समूह, जगह एवं दानकर्ता से जुड़ी खास जानकारी (उनमें कोविड-19 बीमारी का संक्रमण कब शुरू हुआ और कब खत्म हुआ) जैसी जरूरी सूचना दे सकते हैं.
पंजीकरण पूरा होने के बाद स्नैपडील का सर्च इंजन संबंधित मैच तलाशेगा और मरीजों को संभावित दानकर्ताओं से जोडे़गा.
'संजीवनी' प्लेटफॉर्म पहले केवल कंपनी के कर्मचारियों की मदद के लिए शुरू किया गया था लेकिन स्नैपडील ने अब इसे सबके लिए खोल दिया है.