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रामदेव ने एचयूएल के विवादास्पद विज्ञापन के लिए एमएनसी की निंदा की - हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड

रेड लेबल के लिए एचयूएल के विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति अपने पिता को कुंभ मेले में छोड़कर चला जाता है. लेकिन उस आदमी को एक पिता को अपने जवान बेटे की देखभाल करता देख अपनी गलती का एहसास होता है और वह अपने पिता से मिलने के लिए लौट जाता है.

रामदेव ने एचयूएल के विवादास्पद विज्ञापन के लिए एमएनसी की निंदा की
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Published : Mar 9, 2019, 8:01 PM IST

नई दिल्ली: पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव ने एफएमसीजी प्रमुख हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के कथित रूप से भारतीय संस्कृति का मजाक उड़ाने वाले विज्ञापन की वजह से बहुराष्ट्रीय कंपनियों की कटु आलोचना की. ट्विटर पर शुक्रवार को कंपनी के विरुद्ध निशाना साधते हुए योगगुरु से उद्योगपति बने रामदेव ने एचयूएल उत्पादों के भी बहिष्कार करने का आह्वान किया.

रामदेव ने कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विकास में एमएनसी का क्या योगदान है?" उन्होंने ट्वीट कर कहा, "इनकी औकात क्या है कि ये भारत की गौरवशाली संस्कृति के बारे में ओछी टिप्पणी करें? क्या इनके लिए भारत सिर्फ बस एक लूट के लिए बाजार है?"

ये भी पढ़ें-RBI ने स्विफ्ट से जुड़े नियमों का पालन नहीं करने पर 36 बैंकों पर लगाया जुर्माना

रेड लेबल के लिए एचयूएल के विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति अपने पिता को कुंभ मेले में छोड़कर चला जाता है. लेकिन उस आदमी को एक पिता को अपने जवान बेटे की देखभाल करता देख अपनी गलती का एहसास होता है और वह अपने पिता से मिलने के लिए लौट जाता है. पिता चाय की दो प्यालियों के साथ उसका इंतजार कर रहा होता है.

इस विज्ञापन की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई, लेकिन एचयूएल ने अपने ट्वीट में कहा, "रेड लेबल चाय हमें उनका हाथ पकड़ने के लिए उत्साहित करता है, जिनकी वजह से आज हम कुछ हैं."

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव ने एफएमसीजी प्रमुख हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के कथित रूप से भारतीय संस्कृति का मजाक उड़ाने वाले विज्ञापन की वजह से बहुराष्ट्रीय कंपनियों की कटु आलोचना की. ट्विटर पर शुक्रवार को कंपनी के विरुद्ध निशाना साधते हुए योगगुरु से उद्योगपति बने रामदेव ने एचयूएल उत्पादों के भी बहिष्कार करने का आह्वान किया.

रामदेव ने कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विकास में एमएनसी का क्या योगदान है?" उन्होंने ट्वीट कर कहा, "इनकी औकात क्या है कि ये भारत की गौरवशाली संस्कृति के बारे में ओछी टिप्पणी करें? क्या इनके लिए भारत सिर्फ बस एक लूट के लिए बाजार है?"

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रेड लेबल के लिए एचयूएल के विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति अपने पिता को कुंभ मेले में छोड़कर चला जाता है. लेकिन उस आदमी को एक पिता को अपने जवान बेटे की देखभाल करता देख अपनी गलती का एहसास होता है और वह अपने पिता से मिलने के लिए लौट जाता है. पिता चाय की दो प्यालियों के साथ उसका इंतजार कर रहा होता है.

इस विज्ञापन की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई, लेकिन एचयूएल ने अपने ट्वीट में कहा, "रेड लेबल चाय हमें उनका हाथ पकड़ने के लिए उत्साहित करता है, जिनकी वजह से आज हम कुछ हैं."

(आईएएनएस)

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रामदेव ने एचयूएल के विवादास्पद विज्ञापन के लिए एमएनसी की निंदा की

नई दिल्ली: पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव ने एफएमसीजी प्रमुख हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के कथित रूप से भारतीय संस्कृति का मजाक उड़ाने वाले विज्ञापन की वजह से बहुराष्ट्रीय कंपनियों की कटु आलोचना की. ट्विटर पर शुक्रवार को कंपनी के विरुद्ध निशाना साधते हुए योगगुरु से उद्योगपति बने रामदेव ने एचयूएल उत्पादों के भी बहिष्कार करने का आह्वान किया.



रामदेव ने कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विकास में एमएनसी का क्या योगदान है?" उन्होंने ट्वीट कर कहा, "इनकी औकात क्या है कि ये भारत की गौरवशाली संस्कृति के बारे में ओछी टिप्पणी करें? क्या इनके लिए भारत सिर्फ बस एक लूट के लिए बाजार है?"

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रेड लेबल के लिए एचयूएल के विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति अपने पिता को कुंभ मेले में छोड़कर चला जाता है. लेकिन उस आदमी को एक पिता को अपने जवान बेटे की देखभाल करता देख अपनी गलती का एहसास होता है और वह अपने पिता से मिलने के लिए लौट जाता है. पिता चाय की दो प्यालियों के साथ उसका इंतजार कर रहा होता है.



इस विज्ञापन की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई, लेकिन एचयूएल ने अपने ट्वीट में कहा, "रेड लेबल चाय हमें उनका हाथ पकड़ने के लिए उत्साहित करता है, जिनकी वजह से आज हम कुछ हैं."



(आईएएनएस)


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