सैन फ्रांसिस्को: सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने उपभोक्ताओं को विंडोज के पुराने वर्जन को अपडेट करने की बात कही है.
कंपनी का कहना है कि अपने महत्वपूर्ण डाटा एवं कंप्यूटर सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है. कंपनी पहले ही विंडोज-7, एक्सपी और विंडोज सर्वर-2003 को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठा चुकी है. दरअसल एक्सपी और सर्वर-2003 पहले ही आउट ऑफ सपोर्ट हैं.
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कंपनी ने इस संबंध में मंगलवार को ब्लॉग के जरिए बताया कि पुरानी विंडोज के इस्तेमाल से भविष्य में कोई भी वायरस कंप्यूटर व डाटा को नुकसान पहुंचा सकता है, जिस तरह से वर्ष 2007 में वानाक्राई मालवेयर का असर दुनियाभर में देखा गया.
यही कारण है कि कंपनी ने सिक्योरिटी का तरीका अपनाया है ताकि साइबर क्राइम करने वाला कोई भी व्यक्ति वायरस उत्पन्न कर डाटा या सिस्टम को कोई नुकसान न पहुंचा सके और विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम सही तरीके से काम करता रहे.
कंपनी ने पोस्ट लिखकर विंडोज अपडेट करने संबंधित बात दोहराते हुए कहा कि चाहे एनएलए (नेटवर्क लेवल ऑथेंटिकेशन) लागू है या नहीं, मगर विंडोज अपडेट जल्द से जल्द कर लें.
हालांकि, कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि विंडोज-8 और विंडोज-10 में वायरस संबंधी कोई दिक्कत नहीं आएगी.
पुरानी विंडोज का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं: माइक्रोसॉफ्ट
कंपनी का कहना है कि अपने महत्वपूर्ण डाटा एवं कंप्यूटर सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है. कंपनी पहले ही विंडोज -7, एक्सपी और विंडोज सर्वर-2003 को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठा चुकी है. दरअसल एक्सपी और सर्वर-2003 पहले ही आउट ऑफ सपोर्ट हैं.
सैन फ्रांसिस्को: सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने उपभोक्ताओं को विंडोज के पुराने वर्जन को अपडेट करने की बात कही है.
कंपनी का कहना है कि अपने महत्वपूर्ण डाटा एवं कंप्यूटर सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है. कंपनी पहले ही विंडोज-7, एक्सपी और विंडोज सर्वर-2003 को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठा चुकी है. दरअसल एक्सपी और सर्वर-2003 पहले ही आउट ऑफ सपोर्ट हैं.
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कंपनी ने इस संबंध में मंगलवार को ब्लॉग के जरिए बताया कि पुरानी विंडोज के इस्तेमाल से भविष्य में कोई भी वायरस कंप्यूटर व डाटा को नुकसान पहुंचा सकता है, जिस तरह से वर्ष 2007 में वानाक्राई मालवेयर का असर दुनियाभर में देखा गया.
यही कारण है कि कंपनी ने सिक्योरिटी का तरीका अपनाया है ताकि साइबर क्राइम करने वाला कोई भी व्यक्ति वायरस उत्पन्न कर डाटा या सिस्टम को कोई नुकसान न पहुंचा सके और विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम सही तरीके से काम करता रहे.
कंपनी ने पोस्ट लिखकर विंडोज अपडेट करने संबंधित बात दोहराते हुए कहा कि चाहे एनएलए (नेटवर्क लेवल ऑथेंटिकेशन) लागू है या नहीं, मगर विंडोज अपडेट जल्द से जल्द कर लें.
हालांकि, कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि विंडोज-8 और विंडोज-10 में वायरस संबंधी कोई दिक्कत नहीं आएगी.
पुरानी विंडो का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं: माइक्रोसॉफ्ट
सैन फ्रांसिस्को: सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने उपभोक्ताओं को विंडो के पुराने वर्जन को अपडेट करने की बात कही है.
कंपनी का कहना है कि अपने महत्वपूर्ण डाटा एवं कंप्यूटर सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है. कंपनी पहले ही विंडो-7, एक्सपी और विंडोज सर्वर-2003 को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठा चुकी है. दरअसल एक्सपी और सर्वर-2003 पहले ही आउट ऑफ सपोर्ट हैं.
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यही कारण है कि कंपनी ने सिक्योरिटी का तरीका अपनाया है ताकि साइबर क्राइम करने वाला कोई भी व्यक्ति वायरस उत्पन्न कर डाटा या सिस्टम को कोई नुकसान न पहुंचा सके और विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम सही तरीके से काम करता रहे.
कंपनी ने पोस्ट लिखकर विंडो अपडेट करने संबंधित बात दोहराते हुए कहा कि चाहे एनएलए (नेटवर्क लेवल ऑथेंटिकेशन) लागू है या नहीं, मगर विंडो अपडेट जल्द से जल्द कर लें.
हालांकि, कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि विंडो-8 और विंडो-10 में वायरस संबंधी कोई दिक्कत नहीं आएगी.
Conclusion: