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रूचि सोया के लिए पंतजलि की 4,325 करोड़ रुपये की बोली को मंजूरी

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Published : May 1, 2019, 1:23 PM IST

पंतजलि ने ऋण शोधन नीलामी में रूचि सोया का अधिग्रहण किया है. कर्जदाताओं ने 9,300 करोड़ रुपये के कर्ज की वसूली के लिये यह नीलामी शुरू की थी.

रूचि सोया के लिए पंतजलि की 4,325 करोड़ रुपये की बोली को मंजूरी

नई दिल्ली: योग गुरू बाबा रामदेव की अगुवाई वाला पंजतलि समूह अब तक के सबसे बड़े अधिग्रहण की दिशा में आगे बढ़ रहा है. कर्जदाताओं ने कर्ज में डूबी खाद्य तेल कंपनी रूचि सोया के अधिग्रहण के लिये पंतजलि आयुर्वेद की 4,325 करोड़ रुपये की बोली को मंजूरी दे दी. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

पंतजलि ने ऋण शोधन नीलामी में रूचि सोया का अधिग्रहण किया है. कर्जदाताओं ने 9,300 करोड़ रुपये के कर्ज की वसूली के लिये यह नीलामी शुरू की थी.

ये भी पढे़ं- जेट कर्मचारियों की मेडीक्लेम सुविधा बंद

अडाणी विलमर के बोली से हटने के बाद रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली घरेलू कंपनी रूचि सोया के लिये पतंजलि एकमात्र बोलीदाता रह गयी थी. अडाणी विलमर का चयन कुछ महीने पहले सबसे बड़ी बोलीदाता के रूप में हुआ था. इसके बावजूद उसने बोली से हटने का निर्णय किया.

सूत्रों के मुताबिक कर्जदाताओं ने मंगलवार को पंतजलि की 4,325 करोड़ रुपये की संशोधित बोली को मंजूरी दे दी. करीब 96 प्रतिशत मतदान इसके पक्ष में हुआ.
रूचि सोया के अधिग्रहण के साथ पंतजलि सोयाबीन तेल तथा अन्य उत्पादों के मामले में एक बड़ी कंपनी होगी.

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कंपनी विधि प्राधिकरण (एनसीएलटी) ने कर्जदाता स्टैन्डर्ड चार्टर्ड बैंक तथा डीबीएस बैंक के आवेदन पर रूचि सोया के मामले को ऋण शोधन कार्यवाही के लिये भेजा था. ऋण शोधन कार्यवाही के लिये शैलेन्द्र अजमेरा को समाधान पेशेवर नियुक्त किया गया.

रूचि सोया इंडस्ट्रीज के ऊपर 9,345 करोड़ रुपये का बकाया
वित्तीय कर्जदाताओं में भारतीय स्टेट बैंक ने सर्वाधिक 1800 करोड़ रुपये का कर्ज दे रखा है. उसके बाद क्रमश: सेंट्रल बैंक आफ इंडिया (816 करोड़ रुपये), पंजाब नेशनल बैंक (743 करोड़ रुपये) तथा स्टैन्डर्ड चार्टर्ड बैंक इंडिया (608 करोड़ रुपये) का स्थान है. रूचि सोया के कई विनिर्माण संयंत्र हैं. इसके ब्रांड में न्यूट्रिला, रूचि स्टार और रूचि गोल्ड जैसे ब्रांड शामिल हैं.

नई दिल्ली: योग गुरू बाबा रामदेव की अगुवाई वाला पंजतलि समूह अब तक के सबसे बड़े अधिग्रहण की दिशा में आगे बढ़ रहा है. कर्जदाताओं ने कर्ज में डूबी खाद्य तेल कंपनी रूचि सोया के अधिग्रहण के लिये पंतजलि आयुर्वेद की 4,325 करोड़ रुपये की बोली को मंजूरी दे दी. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

पंतजलि ने ऋण शोधन नीलामी में रूचि सोया का अधिग्रहण किया है. कर्जदाताओं ने 9,300 करोड़ रुपये के कर्ज की वसूली के लिये यह नीलामी शुरू की थी.

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अडाणी विलमर के बोली से हटने के बाद रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली घरेलू कंपनी रूचि सोया के लिये पतंजलि एकमात्र बोलीदाता रह गयी थी. अडाणी विलमर का चयन कुछ महीने पहले सबसे बड़ी बोलीदाता के रूप में हुआ था. इसके बावजूद उसने बोली से हटने का निर्णय किया.

सूत्रों के मुताबिक कर्जदाताओं ने मंगलवार को पंतजलि की 4,325 करोड़ रुपये की संशोधित बोली को मंजूरी दे दी. करीब 96 प्रतिशत मतदान इसके पक्ष में हुआ.
रूचि सोया के अधिग्रहण के साथ पंतजलि सोयाबीन तेल तथा अन्य उत्पादों के मामले में एक बड़ी कंपनी होगी.

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कंपनी विधि प्राधिकरण (एनसीएलटी) ने कर्जदाता स्टैन्डर्ड चार्टर्ड बैंक तथा डीबीएस बैंक के आवेदन पर रूचि सोया के मामले को ऋण शोधन कार्यवाही के लिये भेजा था. ऋण शोधन कार्यवाही के लिये शैलेन्द्र अजमेरा को समाधान पेशेवर नियुक्त किया गया.

रूचि सोया इंडस्ट्रीज के ऊपर 9,345 करोड़ रुपये का बकाया
वित्तीय कर्जदाताओं में भारतीय स्टेट बैंक ने सर्वाधिक 1800 करोड़ रुपये का कर्ज दे रखा है. उसके बाद क्रमश: सेंट्रल बैंक आफ इंडिया (816 करोड़ रुपये), पंजाब नेशनल बैंक (743 करोड़ रुपये) तथा स्टैन्डर्ड चार्टर्ड बैंक इंडिया (608 करोड़ रुपये) का स्थान है. रूचि सोया के कई विनिर्माण संयंत्र हैं. इसके ब्रांड में न्यूट्रिला, रूचि स्टार और रूचि गोल्ड जैसे ब्रांड शामिल हैं.

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