सैन फ्रांसिस्को: कोविड-19 महामारी के दौरान गूगल ने अपने समाचार प्रकाशकों (न्यूज पब्लिशर्स) की मदद करने का निर्णय लिया है. गूगल ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने समाचार भागीदारों (न्यूज पार्टनर्स) से पांच महीनों तक विज्ञापन सेवा शुल्क नहीं लेगी. गूगल के इस फैसले का लाभ दुनियाभर के समाचार प्रकाशकों को मिलेगा. दरअसल दुनियाभर के कई समाचार प्रकाशक अपने डिजिटल व्यापार पर विज्ञापन के लिए गूगल ऐड मैनेजर की सहायता लेते हैं. इसलिए इस संकट की घड़ी में गूगल ने उन्हें राहत देने का फैसला लिया है.
ग्लोबल पार्टनरशिप न्यूज के निदेशक जेशन वॉशिंग ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी से संपूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है. ऐसे में गूगल न्यूज ने वित्तीय मदद देने की पहल शुरू की है. इस पहल के तहत पूरी दुनिया में वास्तविक पत्रकारिता करने वाले समाचार संस्थानों को आर्थिक मदद दी जाएगी.
वॉशिंग ने कहा कि हमारे सभी न्यूज पार्टनर्स को आने वाले दिनों में इस वित्तीय पहल की पूरी जानकारी दी जाएगी.
दरअसल, समाचार कवरेज के साथ आने वाले विज्ञापन ब्रेकिंग न्यूज लिखने वाले पत्रकारों को फंड करने में मदद करते हैं, ताकि वे अपनी वेबसाइट या ऐप्स को लगातार अपडेट करते रहें. गूगल पूरी दुनिया में राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर न्यूज सर्विस उपलब्ध कराता है. इसके लिए वह स्थानीय न्यूज पब्लिशर्स की मदद लेता है.
इसके अलावा गूगल ने दुनियाभर के छोटे, मध्यम और स्थानीय न्यूज पब्लिशर्स को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए जर्नलिज्म एमरजेंसी रिलीफ फंड की घोषणा की है. यह फंडिंग कोरोना संकट के समय उन सभी न्यूज संस्थानों के लिए उपलब्ध है, जो स्थानीय स्तर पर वास्तविक समाचार लिखते हैं.
यह फंडिंग क्षेत्रों के अनुसार कुछ सौ डॉलर से लेकर हजारों डॉलर तक की होगी. हालांकि गूगल ने अभी कुल फंड का खुलासा नहीं किया है. इस फंड को हासिल करने के लिए पब्लिशर्स को एक सामान्य एप्लिकेशन फॉर्म जमा कराना होगा. इस फॉर्म को जमा करने की अंतिम तारीख 29 अप्रैल है.
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इसके अलावा गूगल डॉट ओआरजी ने इंटरनेशनल सेंटर फॉर जर्नलिस्ट्स और कोलंबिया जर्नलिज्म स्कूल के डार्ट सेंटर फॉर जर्नलिज्म एंड ट्रोमा को संयुक्त रूप से 10 लाख डॉलर का फंड उपलब्ध कराया है. इंटरनेशनल सेंटर फॉर जर्नलिस्ट्स रिपोर्टर्स को सहायता के लिए तुरंत साधन उपलब्ध कराएगा.
इसके साथ ही कोलंबिया जर्नलिज्म स्कूल का डार्ट सेंटर इस संकट में दर्दनाक घटनाओं से अवगत करा रहे पत्रकारों को मदद उपलब्ध कराएगा.
(आईएएनएस)