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फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स ने पेटेंट के उल्लंघन को लेकर रॉयल एनफील्ड के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा किया - यूनाइटेड स्टेट्स पेटेंट एंड ट्रेडमार्क आफिस

पुणे की कंपनी ने कहा कि मुकदमे के तहत रॉयल एनफील्ड ने 'रेगुलेटर रेक्टिफायर डिवाइस' और इसी से संबंधित वोल्टेज को नियमित करने के उपाय पर उसके पेटेंट का उल्लंघन किया है. कंपनी ने दावा किया कि उसके उत्पाद के लिये पेटेंट यूनाइटेड स्टेट्स पेटेंट एंड ट्रेडमार्क आफिस (यूएसपीटीओ) ने बाकायदा 20 फरवरी 2018 को जारी किया.

फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स ने पेटेंट के उल्लंघन को लेकर रॉयल एनफील्ड के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा किया
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Published : May 20, 2019, 8:38 PM IST

नई दिल्ली: वाहनों के कल-पुर्जे बनाने वाली फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने इलेक्ट्रानिक उपकरण के उत्पादन के संदर्भ में पेटेंट के उल्लंघन को लेकर रॉयल एनफील्ड के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा दायर किया है. रॉयल एनफील्ड महंगी मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी है.

पुणे की कंपनी ने कहा कि मुकदमे के तहत रॉयल एनफील्ड ने 'रेगुलेटर रेक्टिफायर डिवाइस' और इसी से संबंधित वोल्टेज को नियमित करने के उपाय पर उसके पेटेंट का उल्लंघन किया है. कंपनी ने दावा किया कि उसके उत्पाद के लिये पेटेंट यूनाइटेड स्टेट्स पेटेंट एंड ट्रेडमार्क आफिस (यूएसपीटीओ) ने बाकायदा 20 फरवरी 2018 को जारी किया.

ये भी पढ़े: टाटा मोटर्स का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 49 प्रतिशत घटा

इससे पहले, उनकी शोध एवं विकास टीम ने 2014 में इस उपकरण को तैयार कर लिया था. उस समय से फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स देश और विदेश के कई प्रमुख दोपहिया वाहन विनिर्माताओं के लिये इस उपकरण की प्रमुख विनिर्माण और आपूर्तिकर्ता है.

फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के संस्थापक और प्रबंध निदेशक संजीव वासदेव ने कहा, "हम देश विदेश में प्रमुख वाहन विनिर्मातओं के लिये एक भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता रहे हैं. रॉयल एनफील्ड की तरफ से इस प्रकार का अप्रत्याशित मामला आना दुर्भाग्यपूर्ण है."

उन्होंने कहा कि यह घटना आपत्तिजनक है और रॉयल एनफील्ड की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है. वासदेव ने दावा किया कि मामले के निपटान के लिये फ्लैश से रॉयल एनफील्ड के तीन अधिकारियों ने 12 अक्टूबर 2018 को नयी दिल्ली में संपर्क किया था और मुकदमा दायर नहीं करने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा, "फ्लैश ने इस बैठक के नतीजे का इंतजार किया लेकिन रॉयल एनफील्ड ने मामले को नहीं सुलझाया."

नई दिल्ली: वाहनों के कल-पुर्जे बनाने वाली फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने इलेक्ट्रानिक उपकरण के उत्पादन के संदर्भ में पेटेंट के उल्लंघन को लेकर रॉयल एनफील्ड के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा दायर किया है. रॉयल एनफील्ड महंगी मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी है.

पुणे की कंपनी ने कहा कि मुकदमे के तहत रॉयल एनफील्ड ने 'रेगुलेटर रेक्टिफायर डिवाइस' और इसी से संबंधित वोल्टेज को नियमित करने के उपाय पर उसके पेटेंट का उल्लंघन किया है. कंपनी ने दावा किया कि उसके उत्पाद के लिये पेटेंट यूनाइटेड स्टेट्स पेटेंट एंड ट्रेडमार्क आफिस (यूएसपीटीओ) ने बाकायदा 20 फरवरी 2018 को जारी किया.

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इससे पहले, उनकी शोध एवं विकास टीम ने 2014 में इस उपकरण को तैयार कर लिया था. उस समय से फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स देश और विदेश के कई प्रमुख दोपहिया वाहन विनिर्माताओं के लिये इस उपकरण की प्रमुख विनिर्माण और आपूर्तिकर्ता है.

फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के संस्थापक और प्रबंध निदेशक संजीव वासदेव ने कहा, "हम देश विदेश में प्रमुख वाहन विनिर्मातओं के लिये एक भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता रहे हैं. रॉयल एनफील्ड की तरफ से इस प्रकार का अप्रत्याशित मामला आना दुर्भाग्यपूर्ण है."

उन्होंने कहा कि यह घटना आपत्तिजनक है और रॉयल एनफील्ड की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है. वासदेव ने दावा किया कि मामले के निपटान के लिये फ्लैश से रॉयल एनफील्ड के तीन अधिकारियों ने 12 अक्टूबर 2018 को नयी दिल्ली में संपर्क किया था और मुकदमा दायर नहीं करने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा, "फ्लैश ने इस बैठक के नतीजे का इंतजार किया लेकिन रॉयल एनफील्ड ने मामले को नहीं सुलझाया."

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नई दिल्ली: वाहनों के कल-पुर्जे बनाने वाली फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने इलेक्ट्रानिक उपकरण के उत्पादन के संदर्भ में पेटेंट के उल्लंघन को लेकर रॉयल एनफील्ड के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा दायर किया है. रॉयल एनफील्ड महंगी मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी है.

पुणे की कंपनी ने कहा कि मुकदमे के तहत रॉयल एनफील्ड ने 'रेगुलेटर रेक्टिफायर डिवाइस' और इसी से संबंधित वोल्टेज को नियमित करने के उपाय पर उसके पेटेंट का उल्लंघन किया है. कंपनी ने दावा किया कि उसके उत्पाद के लिये पेटेंट यूनाइटेड स्टेट्स पेटेंट एंड ट्रेडमार्क आफिस (यूएसपीटीओ) ने बाकायदा 20 फरवरी 2018 को जारी किया.

इससे पहले, उनकी शोध एवं विकास टीम ने 2014 में इस उपकरण को तैयार कर लिया था. उस समय से फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स देश और विदेश के कई प्रमुख दोपहिया वाहन विनिर्माताओं के लिये इस उपकरण की प्रमुख विनिर्माण और आपूर्तिकर्ता है.

फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के संस्थापक और प्रबंध निदेशक संजीव वासदेव ने कहा, "हम देश विदेश में प्रमुख वाहन विनिर्मातओं के लिये एक भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता रहे हैं. रॉयल एनफील्ड की तरफ से इस प्रकार का अप्रत्याशित मामला आना दुर्भाग्यपूर्ण है."

उन्होंने कहा कि यह घटना आपत्तिजनक है और रॉयल एनफील्ड की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है. वासदेव ने दावा किया कि मामले के निपटान के लिये फ्लैश से रॉयल एनफील्ड के तीन अधिकारियों ने 12 अक्टूबर 2018 को नयी दिल्ली में संपर्क किया था और मुकदमा दायर नहीं करने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा, "फ्लैश ने इस बैठक के नतीजे का इंतजार किया लेकिन रॉयल एनफील्ड ने मामले को नहीं सुलझाया."

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