मुंबई: जेट एयरवेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनय दूबे ने कहा कि यह दुखद है कि किसी भी अंशधारक ने कर्मचारियों के वेतन भुगतान को लेकर किसी तरह की प्रतिबद्धता नहीं जतायी है. इससे ऋणदाता बैंकों की ओर से एयरलाइन को आगे वित्तपोषण को लेकर समर्थन की कमी साफ नजर आती है.
एयरलाइन ने पिछले कुछ महीने से अब तक अपने 20,000 से अधिक कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया है. जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल को अपनी सेवाओं को अस्थायी तौर पर निलंबित करने की घोषणा की है. कर्मचारियों के अप्रैल माह का वेतन भी अगले कुछ दिनों में देनदारी में शामिल हो जायेगा.
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दूबे ने शुक्रवार को कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा है, "हम खरीदार या एयरलाइन ढूंढने की बैंक की कोशिशों का समर्थन करते हैं लेकिन साथ ही यह सूचित करते हुए हमें दुख हो रहा है कि किसी भी पक्षकार ने अब तक वेतन को लेकर स्पष्ट तौर पर कोई प्रतिबद्धता जाहिर नहीं की है."
उल्लेखनीय है कि जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांद्रा कुर्ला परिसर में आयोजित चुनावी रैली के आयोजन स्थल तक शांतिपूर्ण जुलूस निकालने की योजना बनायी थी. लेकिन पुलिस और राज्य सरकार के आग्रह पर उसे इस कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा. दूबे ने अपने पत्र में कहा है, "एक तरफ जहां हमें बोली प्रक्रिया के दौरान जेट के मूल्यों को बचाकर रखने के लिए कहा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर वेतन भुगतान नहीं होने के कारण हमारे सह-कर्मियों के पास कहीं और रोजगार तलाशने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं रह गया है."
उन्होंने लिखा है, "जब हम इस दुर्भाग्यपूर्ण विडंबना की स्थिति को ऋणदाताओं के समक्ष रखते हैं तो हमें कहा जाता है कि शेयरधारक इस समस्या का समाधान करेंगे, जो काफी समय पहले समाधान योजना पर सहमत हुए हैं."
दूबे ने पत्र में लिखा है कि कई बोर्ड बैठकें हो चुकीं हैं लेकिन प्रवर्तकों और रणनीतिक शेयरधारकों की तरफ से एयरलाइन में कोष डालने और वेतन भुगतान के लिये अभी तक कुछ नहीं कहा गया है.