मुंबई: कोरोना वायरस महामारी के चलते कई तरह के यात्रा प्रतिबंधों से चालू वित्त वर्ष में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या घटकर आठ से नौ करोड़ रह जाने की संभावना है. विमानन परामर्श कंपनी सीएपीए इंडिया की सोमवार को जारी रपट के अनुसार भारतीय कंपनियों के ऑर्डर वाले 200 से अधिक विमानों की आपूर्ति भी दो साल तक के लिए टल सकती है.
कंपनी ने अपनी रपट 'कोविड-19 और भारतीय विमानन उद्योग की स्थिति' में वित्त वर्ष 2020-21 में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या घटकर आठ से नौ करोड़ रहने का अनुमान जताया है. पहले यह अनुमान 14 करोड़ यात्रियों का था.
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रपट के अनुसार देश से बाहर सफर करने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या भी घटकर साढ़े तीन से चार करोड़ रहने का अनुमान है जो पिछले वित्त वर्ष में सात करोड़ थी.
रपट में कहा गया है, "कोरोना वायरस संकट से जुड़े यात्रा प्रतिबंध और आर्थिक गतिविधियों में नरमी से वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही भारतीय उद्योगों के लिए कुछ काम की नहीं होगी."
रपट के अनुसार, "दूसरी तिमाही भी बाजार में ऐतिहासिक मांग की कमी के बीच गुजरेगी और विमानन कंपनियों मामूली तौर पर हालात सुधरने की ओर बढ़ेंगी."
सीएपीए ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनियों के पास जरूरत से अधिक विमान बेड़ा उपलब्ध होगा.
कंपनी ने कहा कि यह शुरुआती अनुमान है और वक्त के साथ इसमें संशोधन भी हो सकता है.
(पीटीआई-भाषा)