नई दिल्ली : डिजिटल भुगतान कंपनी पेटीएम के निदेशक मंडल से सभी चीनी नागरिक हट गए हैं और उनकी जगह अमेरिकी और भारतीय नागरिकों ने ली है. हालांकि इससे कंपनी के मौजूदा शेयरधारिता में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
पेटीएम के बोर्ड से चीनी नागरिक ऐसे समय हटे हैं, जब कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने की तैयारी कर रही है.
कंपनी ने नियामकीय सूचना में कहा कि अलीपे के प्रतिनिधि जिंग जियानडोंग, एंट फाइनेंशियल के गुओमिंग चेंग और अलीबाबा के प्रतिनिधि माइकल यूएन जेन याओ (अमेरिकी नागरिक) और टिंग होंग केनी हो कंपनी के अब निदेशक नहीं हैं. सूत्र के अनुसार, पेटीएम के निदेशक मंडल में अब कोई भी चीनी नागरिक नहीं है.
अमेरिकी नागरिक डगलस फेगिन एंट ग्रुप की ओर से पेटीएम बोर्ड (निदेशक मंडल) में शामिल हुए हैं. बर्कशायर हैथवे के प्रतिनिधि टॉड एंथोनी कॉम्ब्स, सामा कैपिटल के अशित रंजीत लीलानी और सॉफ्टबैंक के प्रतिनिधि विकास अग्निहोत्री भी बोर्ड में शामिल हुए हैं.
पेटीएम में निवेशकों की हिस्सेदारी
पेटीएम के शेयरधारकों में अलीबाबा के एंट ग्रुप (29.71 प्रतिशत), सॉफ्टबैंक विजन फंड (19.63 प्रतिशत), सैफ पार्टनर्स (18.56 प्रतिशत) और विजय शेखर शर्मा (14.67 प्रतिशत) शामिल हैं. इसके अलावा कंपनी में एजीएच होल्डिंग, टी रो प्राइस, डिस्कवरी कैपिटल और बर्कशायर हैथवे की 10-10 फीसदी से भी कम हिस्सेदारी है.
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सूत्र के अनुसार, पेटीएम अपनी आरंभिक शेयर बिक्री के जरिए 16,600 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 12 जुलाई को शेयरधारकों की मंजूरी ले सकती है.
(पीटीआई-भाषा)