नई दिल्ली: ई-वाणिज्य कंपनी स्नैपडील में पिरामल समूह के कार्यकारी निदेशक आनंद पिरामल ने निजी तौर पर निवेश किया है. स्नैपडील ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी. हालांकि कंपनी ने यह नहीं बताया कि पिरामल ने कितने रुपये का निवेश किया है और इसके बाद कंपनी का मूल्य कितना आंका गया है.
कंपनी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुणाल बहल ने कहा कि पिरामल का निवेश स्नैपडील के अहम है और आने वाले सालों में कंपनी एक बड़े बदलाव के दौर से गुजरेगी. स्नैपडील जब अपनी ऊंचाइयों पर थी तब 2016 में उसका मूल्य 6.5 अरब डॉलर आंका गया था.
कंपनी ने सॉफ्टबैंक, चीन की ई-वाणिज्य कंपनी अलीबाबा और कनाडा के पेंशन कोष ओंटेरियो टीचर्स पेंशन प्लान (ओटीपीपी) से धन जुटाया था. हालांकि फ्लिपकार्ट और अमेजन इंडिया जैसी प्रतिद्वंदी कंपनियों द्वारा बाजार में स्थिति मजबूत करने के लिए करोड़ों डॉलर खर्च किए जाने से स्नैपडील की बाजार हिस्सेदारी घटती रही.
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वर्ष 2017 में सॉफ्टबैंक ने स्नैपडील और फ्लिपकार्ट के बीच विलय कराने की कोशिश की. लेकिन स्नैपडील ने फ्लिपकार्ट के 95 करोड़ डॉलर के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कंपनी के लिए नयी रणनीति अपनाने का विकल्प चुना.
इस नयी रणनीति के बाद स्नैपडील का घाटा 2018-19 में कम हो कर 186 करोड़ रुपये पर आ गया. वर्ष 2016-17 में घाटा 4,647.1 करोड़ रुपये था.