नई दिल्ली: देश की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया का शुद्ध घाटा चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 25,460 करोड़ रुपये पहुंच गया. सांविधिक बकाया मद में अधिक प्रावधान से कंपनी का घाटा बढ़ा है.
वोडाफोन आइडिया ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 4,874 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
कंपनी की परिचालन आय 2020-21 की पहली तिमाही में घटकर 10,659.3 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 11,269.9 करोड़ रुपये थी.
वोडाफोन आइडिया ने कहा कि उसने जून तिमाही में समायोजित सकल आय (एजीआर) देनदारी मद में 19,440.5 करोड़ रुपये अतिरिक्त पहचान की.
कंपनी के बयान के अनुसार, "...आलोच्य तिमाही के दौरान हमने कुल अनुमानित एजीआर देनदारी मद में 194.4 अरब रुपये की पहचान की. यह 31 मार्च, 2020 को देनदारी के रूप में निकाले गये 460.0 अरब रुपये के अलावा है."
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बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये लगाये गये 'लॉकडाउन' से पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम पर असर पड़ा है.
वोडाफोन आइडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवीन्द्र टक्कर ने कहा, "वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही चुनौतीपूर्ण रही. 'लॉकडाउन' के कारण स्टोर बंद होने से फोन रिचार्ज उपलब्धता तथा आर्थिक नरमी से ग्राहकों के रिचार्ज कराने की क्षमता पर असर पड़ा."
(पीटीआई-भाषा)