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कारोबारी जरूरतों के हिसाब से निवेश करना जारी रखेगी टीसीएस: शीर्ष अधिकारी

आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने कहा है कि कर्मचारियों को छोड़ने के दौर के बाद भी वह जरूरत के मुताबिक निवेश करती रहेगी और लाभ के मार्जिन को बचाने पर ध्यान नहीं देगी.

टीसीएस
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Published : Oct 11, 2021, 1:32 PM IST

मुंबई : कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने जैसी अल्पावधि की उतार-चढ़ाव का सामना करने के बावजूद शीर्ष आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) कारोबार की जरूरतों के हिसाब से निवेश करना जारी रखेगी और लाभ के मार्जिन को बचाने पर ध्यान नहीं देगी. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी.

टीसीएस के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) समीर सेकसरिया ने कहा कि कंपनी, हालांकि, 26-28 फीसदी के लाभ मार्जिन पर ध्यान देते हुए काम कर रही है.

उन्होंने कहा, 'छोटी अवधि में उतार-चढ़ाव के बीच ऐसा नहीं है कि हम केवल मॉर्जिन बचाने के लिए ही चीजें करेंगे. निवेश की जो भी जरूरत है, जो भी सही होगा, हम निवेश करना जारी रखेंगे. हम अल्पावधि में इस पर ध्यान नहीं दे रहे, हमारा ध्यान कारोबार की जरूरतों को जितना संभव हो उस हद तक पूरा करना होगा.'

ये भी पढ़ें - लघु, मझोली कंपनियों पर एनएफआरए का कोई क्षेत्राधिकार नहीं : आईसीएआई

सितंबर तिमाही में, टीसीएस ने 25.6 फीसदी के मार्जिन की सूचना दी और आपूर्ति पक्ष की बाधाओं जैसी अल्पावधि के उतार-चढ़ाव वाली चीजों की आशंका जतायी जिनमें कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की ऊंची दर शामिल है. पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने वाली कंपनी में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर बढ़कर 11.9 फीसदी हो गयी है.

(पीटीआई-भाषा)

मुंबई : कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने जैसी अल्पावधि की उतार-चढ़ाव का सामना करने के बावजूद शीर्ष आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) कारोबार की जरूरतों के हिसाब से निवेश करना जारी रखेगी और लाभ के मार्जिन को बचाने पर ध्यान नहीं देगी. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी.

टीसीएस के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) समीर सेकसरिया ने कहा कि कंपनी, हालांकि, 26-28 फीसदी के लाभ मार्जिन पर ध्यान देते हुए काम कर रही है.

उन्होंने कहा, 'छोटी अवधि में उतार-चढ़ाव के बीच ऐसा नहीं है कि हम केवल मॉर्जिन बचाने के लिए ही चीजें करेंगे. निवेश की जो भी जरूरत है, जो भी सही होगा, हम निवेश करना जारी रखेंगे. हम अल्पावधि में इस पर ध्यान नहीं दे रहे, हमारा ध्यान कारोबार की जरूरतों को जितना संभव हो उस हद तक पूरा करना होगा.'

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सितंबर तिमाही में, टीसीएस ने 25.6 फीसदी के मार्जिन की सूचना दी और आपूर्ति पक्ष की बाधाओं जैसी अल्पावधि के उतार-चढ़ाव वाली चीजों की आशंका जतायी जिनमें कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की ऊंची दर शामिल है. पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने वाली कंपनी में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर बढ़कर 11.9 फीसदी हो गयी है.

(पीटीआई-भाषा)

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