नई दिल्ली : टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा है कि आने वाले समय में टाटा समूह की रणनीति (TATA looking ahead strategy) में डिजिटल, नव ऊर्जा, आपूर्ति श्रृंखला का जुझारूपन और स्वास्थ्य जैसे विषय (digital new energy supply chain resilience and health) शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि सभी महत्वाकांक्षी योजनाएं कोरोना वायरस महामारी के बाद जीवनशैली में आए बदलाव पर निर्भर हैं.
गौरतलब है कि नमक से लेकर सॉफ्टवेयर क्षेत्र में कार्यरत इस 100 अरब डॉलर से अधिक के समूह (salt to software conglomerate TATA) में आठ लाख से अधिक कर्मचारी हैं. नए साल के अवसर पर कर्मचारियों से संबोधन में चंद्रशेखरन ने कहा कि व्यवसायों और समाज को कोरोना वायरस के अनुसार तैयारी करनी चाहिए.
बीते वर्ष पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि समूह 'अधिक सरल और आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है.'
चंद्रशेखरन ने कहा, 'हमने नई प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल से अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के मोर्चे पर अच्छा काम किया है. इस साल हमारा सबसे महत्वपूर्ण मील का पत्थर एयर इंडिया को हासिल करने के लिए हमारी बोली में मिली सफलता है. यह वास्तव में एक ऐतिहासिक क्षण है.'
उन्होंने टाटा के भावी सफर पर कहा, 'भविष्य में हमारी रणनीति में चार विषय हैं : डिजिटल, नव ऊर्जा, जुझारू आपूर्ति श्रृंखला और स्वास्थ्य (digital new energy supply chain resilience and health). हमारी कंपनियां पहले से ही इन बदलावों को अपना रही हैं, और हम एक मजबूत प्रदर्शन देख रहे हैं.'
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चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह 2024 तक 3,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की देश की महत्वाकांक्षाओं के साथ वृद्धि में अपनी भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा कि भारत के बेहतर टीकाकरण कार्यक्रम से 'सुरक्षा की दीवार' बनी है. उन्होंने कहा कि अभी तक संक्रमण काफी हल्का है. 'लेकिन हमें सावधान रहने की जरूरत है, हम कोई कोताही नहीं बरत सकते.'
(पीटीआई-भाषा)