नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा से म्यूकोरमाईकोसिस के उपचार में उपयोग की जाने वाली दवा की कीमतों और आपूर्ति को विनियमित करने का आग्रह किया. यह दवा फंगल संक्रमण में इस्तेमाल की जाती है.
गौड़ा को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि दवा कंपनियों ने इस संक्रमण के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली दवा एम्फोटेरसिन की कीमतें बढ़ा दी हैं और इस दवा की कमी भी बताई गई है.
प्रभु ने कहा, 'मैं आपसे खतरनाक संक्रमण म्यूकोरमाईकोसिस के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली दवा की कीमत और आपूर्ति को विनियमित करने का आग्रह करता हूं.'
उन्होंने कहा कि इस संक्रमण के मामलों में हाल ही में वृद्धि देखी गई है.
इससे पहले नीती आयोग के स्वास्थ्य विभाग के सदस्य वी के पॉल ने शुक्रवार को कहा कि म्यूकोरमाइकोसिस एक कवक संक्रमण है. जो कोविड-19 से संक्रमित रोगियों में मिल रहा है. विशेष तौर पर मोटे और मधुमेह से पीड़ित लोगों में.
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