नई दिल्ली : आयकर विभाग ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अब तक दो करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए जा चुके हैं और नए आईटी पोर्टल का प्रदर्शन से जुड़ी समस्याएं काफी हद तक दूर हो गयी हैं.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने करदाताओं से वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल 2020-मार्च 2021) के लिए अपना आयकर रिटर्न जल्द से जल्द दाखिल करने की अपील करते हुए कहा कि सभी आईटीआर को ई-फाइलिंग के लिए उपलब्ध कराया गया है.
सीबीडीटी ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए पोर्टल पर दो करोड़ से अधिक आईटीआर दाखिल किए गए हैं, जिनमें से आईटीआर 1 और 4 का हिस्सा 86 प्रतिशत है. यह बात उत्साहित करने वाली है कि 1.70 करोड़ से अधिक रिटर्न का ई-सत्यापन हो गया है, जिनमें से 1.49 करोड़ रिटर्न आधार कार्ड आधारित ओटीपी के जरिए किए गए हैं.
विभाग के लिए आईटीआर की प्रक्रिया शुरू करने और रिफंड जारी करने के मामले में आधार कार्ड संबंधित ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) और अन्य तरीकों के माध्यम से ई-सत्यापन की प्रक्रिया जरूरी है.
सत्यापित आईटीआर 1 और 4 में से 1.06 करोड़ से अधिक आईटीआर प्रसंस्कृत किए जा चुके हैं और आकलन वर्ष 2021-22 के लिए 36.22 लाख से अधिक रिफंड जारी किए गए हैं. आईटीआर 2 और 3 की प्रोसेसिंग जल्द ही शुरू की जाएगी.
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नया पोर्टल इस साल सात जून को शुरू किया गया था और शुरुआती अवधि में, करदाताओं ने पोर्टल के कामकाज में गड़बड़ियों और दिक्कतों की सूचना दी थी.
सीबीडीटी ने कहा कि कई तकनीकी मुद्दों को हल किया गया है और पोर्टल का प्रदर्शन काफी हद तक अब स्थिर हो गया है.
उसने बताया कि 13 अक्टूबर तक 13.44 करोड़ से अधिक करदाताओं ने 'लॉग इन' किये और लगभग 54.70 लाख करदाताओं ने अपने पासवर्ड दोबारा हासिल करने की सुविधा का लाभ उठाया.
(पीटीआई भाषा)