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वीडियो लिंक के जरिये ब्रिटेन की अदालत के समक्ष होगी नीरव मोदी की पेशी

नीरव मोदी को ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) द्वारा लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में भारत सरकार द्वारा लाए गए प्रत्यर्पण के आरोपों पर अपने मुकदमे की तारीखों के बारे में सूचित किए जाने की संभावना है.

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Published : Aug 22, 2019, 12:34 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 9:03 PM IST

वीडियो लिंक के जरिये ब्रिटेन की अदालत के समक्ष होगी नीरव मोदी की पेशी

लंदन: भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत अवधि 28 दिन बढ़ाने के लिये उसे गुरुवार को वीडियो लिंक के जरिये एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा. नीरव मोदी करीब दो अरब डॉलर की बैंक धोखाधड़ी के मामले में भारत में वांछित है.

मोदी को मार्च में यहां गिरफ्तार किया गया था और वह तब से स्थानीय वैंड्सवर्थ कारावास में है. ब्रिटेन के कानून के आधार पर उसे हर चार सप्ताह के बाद हिरासत की अवधि को बढ़ाने के लिये अदालत में पेश किया जाता है. इस सुनवाई में नीरव मोदी को प्रत्यर्पित करने की भारत सरकार की याचिका के बारे में भी फैसला दिया जा सकता है.

इससे पहले पिछली पेशी में मुख्य न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट ने संकेत दिया था कि दोनों पक्ष प्रत्यर्पण के लिये प्रस्तावित पांच दिन की सुनवाई पर जल्दी ही सहमत हो सकते हैं. यह सुनवाई भी वीडियो लिंक के जरिये ही हुई थी.

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उन्होंने संक्षिप्त सुनवाई के दौरान इस मामले से संबंधित सारे दस्तावेज आठ अप्रैल तक अदालत को सौंप दिये जाने का अनुमान व्यक्त किया था. पांच दिन की प्रस्तावित प्रत्यर्पण सुनवाई अगले साल मई में होने का अनुमान है.

अदालत इससे पहले कई बार नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर चुकी है. पिछले महीने ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने भी नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. यह उसकी चौथी जमानत याचिका थी.

लंदन: भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत अवधि 28 दिन बढ़ाने के लिये उसे गुरुवार को वीडियो लिंक के जरिये एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा. नीरव मोदी करीब दो अरब डॉलर की बैंक धोखाधड़ी के मामले में भारत में वांछित है.

मोदी को मार्च में यहां गिरफ्तार किया गया था और वह तब से स्थानीय वैंड्सवर्थ कारावास में है. ब्रिटेन के कानून के आधार पर उसे हर चार सप्ताह के बाद हिरासत की अवधि को बढ़ाने के लिये अदालत में पेश किया जाता है. इस सुनवाई में नीरव मोदी को प्रत्यर्पित करने की भारत सरकार की याचिका के बारे में भी फैसला दिया जा सकता है.

इससे पहले पिछली पेशी में मुख्य न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट ने संकेत दिया था कि दोनों पक्ष प्रत्यर्पण के लिये प्रस्तावित पांच दिन की सुनवाई पर जल्दी ही सहमत हो सकते हैं. यह सुनवाई भी वीडियो लिंक के जरिये ही हुई थी.

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उन्होंने संक्षिप्त सुनवाई के दौरान इस मामले से संबंधित सारे दस्तावेज आठ अप्रैल तक अदालत को सौंप दिये जाने का अनुमान व्यक्त किया था. पांच दिन की प्रस्तावित प्रत्यर्पण सुनवाई अगले साल मई में होने का अनुमान है.

अदालत इससे पहले कई बार नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर चुकी है. पिछले महीने ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने भी नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. यह उसकी चौथी जमानत याचिका थी.

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लंदन: पंजाब नेशनल बैंक से लगभग 2 अरब डॉलर के धोखाधड़ी और मनी लॉंड्रिंग के मामले भारत में वांछित भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को उनकी 28 दिन की रिमांड की सुनवाई के लिए ब्रिटेन की अदालत में पेश होना है.

48 वर्षीय हीरा कारोबारी को ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) द्वारा लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में भारत सरकार द्वारा लाए गए प्रत्यर्पण के आरोपों पर अपने मुकदमे की तारीखों के बारे में सूचित किए जाने की संभावना है.

मोदी मार्च में स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण-पश्चिम लंदन के वैंड्सवर्थ जेल में बंद हैं.

मुख्य मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बुथनोट ने जेल में विडियोलिंक के माध्यम से अदालत में पिछली रिमांड की सुनवाई की अध्यक्षता की थी जहां मोदी को ठहराया जा रहा था, जिसके दौरान उन्होंने संकेत दिया था कि अनुमानित पांच दिवसीय परीक्षण की तारीखों को दोनों पक्षों के बीच जल्द ही सहमति होगी.

यूके के कानून के तहत, मोदी को हर चार सप्ताह में अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है.

इसके पहले चार बार मोदी की जमानत याचिका खारिज हो चुकी है, जिसमें अंतिम पिछले महीने यूके हाईकोर्ट ने किया था.

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Last Updated : Sep 27, 2019, 9:03 PM IST
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