कोलकाता: केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में शुरू किए गए नए सुधार से निजी निवेशक इस क्षेत्र में निवेश के प्रति उत्साहित होंगे और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आएगा. यह बात रविवार को यहां आयोजित एक वेबिनार में शामिल हुए विशेषज्ञों ने कही.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआईटी)-खड़गपुर के मानविकी व सामाजिक विज्ञान विभाग के डॉ. एन.सी. नायक ने इस मौके पर कहा कि केंद्र सरकार के हालिया फैसले से देश की कृषि अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा, जिससे निजी क्षेत्र उत्साहित होंगे और एफडीआई आएगा.
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उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे कोल्ड स्टोरेज में निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिससे फूड सप्लाई चेन का आधुनिकीकरण होगा.
वेबिनार में कई वैज्ञानिक, शिक्षाविद और पत्रकारों ने हिस्सा लिया. आईआईटी-खड़गपुर के मानविकी व सामाजिक विज्ञान के ही एक अन्य विशेषज्ञ डॉ. किशोर गोस्वामी ने कहा कि मूल्य श्रंखला में हितधारकों के साथ बाजार कृषि क्षेत्र के साथ जुड़ेगा. उन्होंने कहा कि ये फैसले आत्मनिर्भर भारत अभियान की तर्ज पर है, इससे निजी-सार्वजनिक साझेदारी बढ़ेगी.
बर्दवान कृषि विज्ञान केंद्र कृषि विशेषज्ञ डॉ. दीपांकर गोरई और बागवानी विशेषज्ञ डॉ. सुब्रत सरकार ने कहा कि केंद्र सरकार के इन फैसलों से किसानों को प्रोत्साहन मिलेगा और किसानों प्रसंस्करणकर्ता, वेयरहाउस और निर्यातकों के बीच बेहतर तालमेल होगा.
(आईएएनएस)