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नैफेड ने 15 हजार टन आयातित प्याज की आपूर्ति के लिए निकाला टेंडर - नैफेड

नैफेड ने नवंबर 2020 तक किसी भी देश से 40 से 60 मिलीमीटर आकार की लाल प्याज की आपूर्ति की टेंडर निकाली है. इस प्याज का दाम 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक होना चाहिए.

नैफेड ने नवंबर 2020 तक 15,000 टन आयातित लाल प्याज की आपूर्ति के लिए निकाली निविदा
नैफेड ने नवंबर 2020 तक 15,000 टन आयातित लाल प्याज की आपूर्ति के लिए निकाली निविदा
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Published : Oct 31, 2020, 4:45 PM IST

Updated : Oct 31, 2020, 6:54 PM IST

नई दिल्ली: देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने और घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए सहकारी इकाई नैफेड ने 20 नवंबर तक 15,000 टन लाल प्याज की आपूर्ति के लिए शनिवार को आयातकों से निविदा (टेंडर) आमंत्रित की. आयातक अपने टेंडर 4 नवंबर तक जमा करा सकते हैं.

उल्लेखनीय है कि देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में बारिश के कहर ने बरपाया है. इससे देश के कुछ इलाकों में प्याज की खुदरा कीमतें 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा चुकी हैं.

नैफेड की टेंडर के मुताबिक आयातक 20 नवंबर तक किसी भी देश से 40 से 60 मिलीमीटर आकार की लाल प्याज की आपूर्ति कर सकते हैं. इस प्याज का दाम 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक होना चाहिए. इसके लिए टेंडर 4 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे. जबकि टेंडर को 5 नवंबर को खोला जाएगा.

आयातकों को प्याज की आपूर्ति कांडला बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर करनी होगी.

नैफेड के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक एस. के. सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, "हमने 15,000 टन आयातित लाल प्याज की आपूर्ति के लिए निविदा निकाली है. यह घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करेगी."

उन्होंने कहा कि बोलियों का मूल्यांकन उपलब्ध करायी जाने वाली मात्रा, गुणवत्ता और जल्द आपूर्ति की तिथि के आधार पर किया जाएगा. बोली लगाने वालों को ताजी, अच्छे से सूखी हुई और बीमारी रहित प्याज उपलब्ध करानी होगी.

सिंह ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस टेंडर का हिस्सा बनें इसके लिए न्यूनतम आपूर्ति सीमा 2000 टन के बजाय 1000 टन करने का निर्णय किया गया है. इतना ही नहीं आयातक 100-100 टन के लॉट में इसकी आपूर्ति कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: आंध्र प्रदेश सरकार का ऋण चालू वित्तवर्ष की पहली छमाही में राजस्व से ज्यादा

नैफेड सरकार के कहने पर प्याज का बफर स्टॉक रखता है. लेकिन अब वह धीरे-धीरे खत्म हो रहा है. ऐसे में सरकार ने नैफेड से घरेलू बाजार में आपूर्ति बनाए रखने के लिए कहा है ताकि बाजार में हस्तक्षेप किया जा सके.

उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने 30 अक्टूबर को कहा था कि निजी टेंडर के माध्यम से 7,000 टन प्याज का आयात किया जा चुका है. जबकि 25,000 टन और प्याज के दिपावली से पहले आने का अनुमान है.

पिछले साल नैफेड ने ना सिर्फ खुद से प्याज का कुछ आयात किया था. बल्कि सरकारी कंपनी एमएमटीसी द्वारा आयातित प्याज का वितरण भी किया था.

नैफेड अपने एक लाख टन के बफर स्टॉक में से अभी तक बाजार में करीब 37,000 टन प्याज की आपूर्ति कर चुका है. ताकि कीमतों को नियंत्रित किया जा सके.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने और घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए सहकारी इकाई नैफेड ने 20 नवंबर तक 15,000 टन लाल प्याज की आपूर्ति के लिए शनिवार को आयातकों से निविदा (टेंडर) आमंत्रित की. आयातक अपने टेंडर 4 नवंबर तक जमा करा सकते हैं.

उल्लेखनीय है कि देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में बारिश के कहर ने बरपाया है. इससे देश के कुछ इलाकों में प्याज की खुदरा कीमतें 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा चुकी हैं.

नैफेड की टेंडर के मुताबिक आयातक 20 नवंबर तक किसी भी देश से 40 से 60 मिलीमीटर आकार की लाल प्याज की आपूर्ति कर सकते हैं. इस प्याज का दाम 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक होना चाहिए. इसके लिए टेंडर 4 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे. जबकि टेंडर को 5 नवंबर को खोला जाएगा.

आयातकों को प्याज की आपूर्ति कांडला बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर करनी होगी.

नैफेड के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक एस. के. सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, "हमने 15,000 टन आयातित लाल प्याज की आपूर्ति के लिए निविदा निकाली है. यह घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करेगी."

उन्होंने कहा कि बोलियों का मूल्यांकन उपलब्ध करायी जाने वाली मात्रा, गुणवत्ता और जल्द आपूर्ति की तिथि के आधार पर किया जाएगा. बोली लगाने वालों को ताजी, अच्छे से सूखी हुई और बीमारी रहित प्याज उपलब्ध करानी होगी.

सिंह ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस टेंडर का हिस्सा बनें इसके लिए न्यूनतम आपूर्ति सीमा 2000 टन के बजाय 1000 टन करने का निर्णय किया गया है. इतना ही नहीं आयातक 100-100 टन के लॉट में इसकी आपूर्ति कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: आंध्र प्रदेश सरकार का ऋण चालू वित्तवर्ष की पहली छमाही में राजस्व से ज्यादा

नैफेड सरकार के कहने पर प्याज का बफर स्टॉक रखता है. लेकिन अब वह धीरे-धीरे खत्म हो रहा है. ऐसे में सरकार ने नैफेड से घरेलू बाजार में आपूर्ति बनाए रखने के लिए कहा है ताकि बाजार में हस्तक्षेप किया जा सके.

उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने 30 अक्टूबर को कहा था कि निजी टेंडर के माध्यम से 7,000 टन प्याज का आयात किया जा चुका है. जबकि 25,000 टन और प्याज के दिपावली से पहले आने का अनुमान है.

पिछले साल नैफेड ने ना सिर्फ खुद से प्याज का कुछ आयात किया था. बल्कि सरकारी कंपनी एमएमटीसी द्वारा आयातित प्याज का वितरण भी किया था.

नैफेड अपने एक लाख टन के बफर स्टॉक में से अभी तक बाजार में करीब 37,000 टन प्याज की आपूर्ति कर चुका है. ताकि कीमतों को नियंत्रित किया जा सके.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Oct 31, 2020, 6:54 PM IST
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