नई दिल्ली: म्यूचुअल फंड उद्योग ने अक्टूबर में चार लाख से अधिक निवेशक खाते जोड़े है. इस तरह से उद्योग के कुल फोलियो का आंकड़ा 9.37 करोड़ पर पहुंच गया है. मुख्य रूप से ऋण या बांड योजनाओं से योगदान बढ़ने से फोलियो की संख्या में इजाफा हुआ है.
बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि फोलियो की संख्या में बढ़ोतरी से पता चलता है कि निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव से परेशान नहीं हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि अब निवेशक म्यूचुअल फंड योजनाओं से जुड़े बाजार जोखिमों को समझने लगे हैं.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर के अंत तक 45 म्यूचुअल फंड कंपनियों के फोलियो की संख्या 4.11 लाख बढ़कर 9,37,18,991 पर पहुंच गई. सितंबर के अंत तक यह आंकड़ा 9,33,07,480 था. सितंबर में म्यूचुअल फंड कंपनियों ने 7.37 लाख निवेशक खाते जोड़े थे.
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अगस्त में फोलियो की संख्या में 4.25 लाख, जुलाई में 5.6 लाख, जून में 5 लाख, मई में 6.13 लाख और अप्रैल में 6.82 लाख का इजाफा हुआ था. कुल नए फोलियो में से दो लाख से अधिक बांड योजनाओं ने जोड़े. फोलियो व्यक्तिगत निवेशक खातों को दिया गया नंबर होता है. एक निवेशक के कई फोलियो हो सकते हैं.
शेयर और शेयरों से जुड़ी बचत योजनाओं के तहत फोलियो की संख्या अक्टूबर में 30,000 बढ़कर 6.39 करोड़ हो गई.
(पीटीआई-भाषा)