नई दिल्ली: देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 11.9 प्रतिशत बढ़कर 5,421 करोड़ रुपये (12.88 रुपये प्रति शेयर) पर पहुंच गया. वैश्विक स्तर पर अधिक अनुबंधों की वजह से कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने राजस्व के अनुमान को बढ़ा दिया है.
इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 4,845 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. कंपनी ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसका शुद्ध लाभ जून तिमाही से 4.4 प्रतिशत अधिक रहा है.
कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी आमदनी 20.5 प्रतिशत बढ़कर 29,602 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 24,570 करोड़ रुपये थी.
बेंगलुरु की कंपनी ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपने राजस्व वृद्धि के अनुमान को बढ़ाकर 16.5-17.5 प्रतिशत कर दिया है.
इससे पहले कंपनी ने अपने राजस्व में 14 से 16 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था. इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा, 'हमारा शानदार प्रदर्शन तथा वृद्धि का मजबूत परिदृश्य हमारी रणनीति के अनुकूल है.' उन्होंने कहा कि वैश्विक कंपनियों से और अधिक अनुबंध हासिल करने की उम्मीद की वजह से हमने अपने राजस्व वृद्धि के अनुमान को बढ़ाया है.
पारेख ने कहा, 'हमारे पास इस समय पाइपलाइन में काफी अनुबंध हैं. इससे हमारा भरोसा बढ़ा है.' महामारी की शुरुआत के बाद से भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र को क्लाउड कंप्यूटिंग, डिजिटल भुगतान ढांचे तथा साइबर सुरक्षा के रूप में काफी लाभ हुआ है. इन्फोसिस ने अपने मार्जिन के परिदृश्य को 22-24 प्रतिशत पर कायम रखा है.
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कंपनी के निदेशक मंडल ने चालू वित्त वर्ष के लिए 15 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश की घोषणा की है. इन्फोसिस ने सितंबर तिमाही के अंत तक 2.15 अरब डॉलर के अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए. जून तिमाही में कंपनी ने 2.6 अरब डॉलर और एक साल पहले समान अवधि में 3.15 अरब डॉलर के अनुबंध हासिल किए थे.
(पीटीआई-भाषा)