दिसंबर 2018 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति को भी संशोधित किया गया है, जो पहले के 2.19 प्रतिशत के अनुमान से घटकर 2.11 प्रतिशत हो गया है. पिछले साल जनवरी 2018 में मुद्रास्फीति 5.07 प्रतिशत पर थी.
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केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय कि ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि 'ईंधन और प्रकाश' श्रेणी में मुद्रास्फीति इस साल जनवरी में घटकर 2.2 प्रतिशत रह गई जो दिसंबर 2018 में 4.54 प्रतिशत थी.
भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई दर में कमी के कारण पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की कमी कर के उसे 6.25 प्रतिशत पर ला दिया था. बता दें कि केंद्रीय बैंक ने मॉनसून सहित अनुकूल कारकों के कारण चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाकर 2.8 प्रतिशत कर दिया है.
(पीटीआई से इनपुट्स)