संयुक्त राष्ट्र: प्रवासियों द्वारा धन भेजने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. 2018 में रेमिटेंस के रूप में भारतीयों ने कुल 78.6 अरब डॉलर यानि करीब 5.5 लाख करोड़ रूपये अपने देश में भेजा है.
इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन की एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि 2018 में वैश्विक स्तर पर कुल 689 अरब डॉलर की रकम रेमिटेंस के जरिए स्थानांतरित की गई है. इसमें 78.6 अरब डॉलर के साथ भारत की हिस्सेदारी 14 फीसदी के करीब है.
टॉप रेमिटेंस पाने वाले देश
भारत के बाद 67.41 अरब डॉलर के साथ चीन और 35.66 अरब डॉलर के साथ मेक्सिको क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे.
टॉप रेमिटेंस भेजने वाले देश
रेमिटेंस भेजने वाले देशों की सूची में अमेरिकी शीर्ष पर है, जिसने 2018 में 67.96 अरब डॉलर का रेमिटेंस भेजा. इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (44.37 अरब डॉलर) और सउदी अरब (36.12 अरब डॉलर) रहे.
क्या होता है रेमिटेंस
रेमिटेंस या प्रेषण एक प्रकार का स्थानान्तरण है जो प्रवासियों द्वारा सीधे अपने मूल देशों में परिवारों या समुदायों को किया जाता है. विश्व बैंक अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों पर वैश्विक डेटा संकलित करता है.
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