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भारत में लोकतंत्र का महापर्व देखने की चाह रखने वाले विदेशियों के लिए 'चुनाव पर्यटन'

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Published : Mar 28, 2019, 11:05 PM IST

मनीष ने बताया कि 2014 में विदेश से 5500 विदेशी पर्यटक चुनाव प्रक्रिया को देखने के लिए भारत आए थे. 2019 के चुनाव में हमने अनुमान लगाया है कि 10,000 से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आएंगे.

भारत में लोकतंत्र का महापर्व देखने की चाह रखने वाले विदेशियों के लिए 'चुनाव पर्यटन'

अहमदाबाद: देश में चुनावी बुखार चढ़ने के साथ ही गुजरात में टूर ऑपरेटर राज्य में प्रचार अभियान के दौरान लोकसभा चुनाव से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का अनुभव करने की इच्छा रखने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष पैकेज लेकर आए हैं.

राज्य में करीब 20 टूर ऑपरेटर राजनीतिक रैलियों में भाग लेने से लेकर उम्मीदवारों से मुलाकात करने तक विदेश पर्यटकों को 'इलेक्शन टूरिज्म' नाम की अनूठी पहल के तहत पैकेज मुहैया कराएंगे.

जानकारी देते मनीष


पर्यटन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि दुनियाभर के करीब 1,800 पर्यटकों ने इस पहल के तहत गुजरात में 2014 के लोकसभा चुनाव का अनुभव किया था. इस साल यह संख्या 2,500 के पार होने की संभावना है.

ये भी पढ़ें-राष्ट्रपति कोविंद ने क्रोएशियाई उद्योगों को भारत में निवेश का न्यौता दिया

टूर ऑपरेटरों के एक संगठन गुजरात टूरिज्म डेवलेपमेंट सोसायटी (जीटीडीएस) के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा कि 2014 में राज्य आने वाले पर्यटकों में मुख्यत: छात्र, शोधकर्ता, मीडिया पेशेवर, राजनीतिक विश्लेषक और वे लोग शामिल थे जो यह समझना चाहते थे कि भारत में इतने बड़े पैमाने पर चुनाव कैसे होते हैं.

2014 में 1800 विदेशी पर्यटक गुजरात आए
शर्मा ने कहा, "2014 लोकसभा चुनाव में करीब 1,800 विदेशी पर्यटक गुजरात आए. ये पर्यटक ज्यादातर जापान, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों के थे. टूर ऑपरेटर उन्हें बाइक रैलियां और जनसभाओं जैसे विभिन्न चुनाव संबंधित कार्यक्रम दिखाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में लेकर गए." गुजरात में चुनाव पर्यटक की अवधारणा सबसे पहले 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान पेश की गई थी.

10,000 से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आएंगे
मनीष ने बताया कि 2014 में विदेश से 5500 विदेशी पर्यटक चुनाव प्रक्रिया को देखने के लिए भारत आए थे. 2019 के चुनाव में हमने अनुमान लगाया है कि 10,000 से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आएंगे.

अहमदाबाद: देश में चुनावी बुखार चढ़ने के साथ ही गुजरात में टूर ऑपरेटर राज्य में प्रचार अभियान के दौरान लोकसभा चुनाव से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का अनुभव करने की इच्छा रखने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष पैकेज लेकर आए हैं.

राज्य में करीब 20 टूर ऑपरेटर राजनीतिक रैलियों में भाग लेने से लेकर उम्मीदवारों से मुलाकात करने तक विदेश पर्यटकों को 'इलेक्शन टूरिज्म' नाम की अनूठी पहल के तहत पैकेज मुहैया कराएंगे.

जानकारी देते मनीष


पर्यटन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि दुनियाभर के करीब 1,800 पर्यटकों ने इस पहल के तहत गुजरात में 2014 के लोकसभा चुनाव का अनुभव किया था. इस साल यह संख्या 2,500 के पार होने की संभावना है.

ये भी पढ़ें-राष्ट्रपति कोविंद ने क्रोएशियाई उद्योगों को भारत में निवेश का न्यौता दिया

टूर ऑपरेटरों के एक संगठन गुजरात टूरिज्म डेवलेपमेंट सोसायटी (जीटीडीएस) के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा कि 2014 में राज्य आने वाले पर्यटकों में मुख्यत: छात्र, शोधकर्ता, मीडिया पेशेवर, राजनीतिक विश्लेषक और वे लोग शामिल थे जो यह समझना चाहते थे कि भारत में इतने बड़े पैमाने पर चुनाव कैसे होते हैं.

2014 में 1800 विदेशी पर्यटक गुजरात आए
शर्मा ने कहा, "2014 लोकसभा चुनाव में करीब 1,800 विदेशी पर्यटक गुजरात आए. ये पर्यटक ज्यादातर जापान, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों के थे. टूर ऑपरेटर उन्हें बाइक रैलियां और जनसभाओं जैसे विभिन्न चुनाव संबंधित कार्यक्रम दिखाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में लेकर गए." गुजरात में चुनाव पर्यटक की अवधारणा सबसे पहले 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान पेश की गई थी.

10,000 से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आएंगे
मनीष ने बताया कि 2014 में विदेश से 5500 विदेशी पर्यटक चुनाव प्रक्रिया को देखने के लिए भारत आए थे. 2019 के चुनाव में हमने अनुमान लगाया है कि 10,000 से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आएंगे.

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भारत में लोकतंत्र का महापर्व देखने की चाह रखने वाले विदेशियों के लिए 'चुनाव पर्यटन'

अहमदाबाद: देश में चुनावी बुखार चढ़ने के साथ ही गुजरात में टूर ऑपरेटर राज्य में प्रचार अभियान के दौरान लोकसभा चुनाव से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का अनुभव करने की इच्छा रखने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष पैकेज लेकर आए हैं. 

राज्य में करीब 20 टूर ऑपरेटर राजनीतिक रैलियों में भाग लेने से लेकर उम्मीदवारों से मुलाकात करने तक विदेश पर्यटकों को 'इलेक्शन टूरिज्म' नाम की अनूठी पहल के तहत पैकेज मुहैया कराएंगे. 

पर्यटन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि दुनियाभर के करीब 1,800 पर्यटकों ने इस पहल के तहत गुजरात में 2014 के लोकसभा चुनाव का अनुभव किया था. इस साल यह संख्या 2,500 के पार होने की संभावना है. 

टूर ऑपरेटरों के एक संगठन गुजरात टूरिज्म डेवलेपमेंट सोसायटी (जीटीडीएस) के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा कि 2014 में राज्य आने वाले पर्यटकों में मुख्यत: छात्र, शोधकर्ता, मीडिया पेशेवर, राजनीतिक विश्लेषक और वे लोग शामिल थे जो यह समझना चाहते थे कि भारत में इतने बड़े पैमाने पर चुनाव कैसे होते हैं. 

2014 में 1800 विदेशी पर्यटक गुजरात आए

शर्मा ने कहा, "2014 लोकसभा चुनाव में करीब 1,800 विदेशी पर्यटक गुजरात आए. ये पर्यटक ज्यादातर जापान, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों के थे. टूर ऑपरेटर उन्हें बाइक रैलियां और जनसभाओं जैसे विभिन्न चुनाव संबंधित कार्यक्रम दिखाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में लेकर गए." गुजरात में चुनाव पर्यटक की अवधारणा सबसे पहले 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान पेश की गई थी.

10,000 से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आएंगे

मनीष ने बताया कि 2014 में विदेश से 5500 विदेशी पर्यटक चुनाव प्रक्रिया को देखने के लिए भारत आए थे. 2019 के चुनाव में हमने अनुमान लगाया है कि 10,000 से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आएंगे. 


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