नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को इंदौर में राष्ट्रीय मोटर वाहन परीक्षण ट्रैक (एनएटीआरएएक्स) केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि इस केंद्र के निर्माण के बाद घरेलू वाहनों को जांच के लिए विदेशों में नहीं भेजना पड़ेगा.
इंदौर में है विश्व का पांचवा सबसे बड़ा ट्रैक
भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री ने कहा कि जिन देशों के पास वाहन जांच ट्रैक की सुविधा नहीं है, वे अब यूरोप और अमेरिका के बजाय भारत में अपने वाहन भेजेंगे. इंदौर का 11.3 किलोमीटर लंबा तेज गति वाला ट्रैक विश्व का पांचवा सबसे बड़ा ट्रैक है. साथ ही एशिया में सबसे बड़ा और चीन तथा जापान के केन्द्रो के मुकाबले अधिक सुविधाओं से लैस है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय ऑटोमोबाइल उद्योग के तेजी से उच्च विकास और ई-वाहनों की तेजी से जांच तथा विकास के लिए आगे का रास्ता तलाशने को लेकर हितधारकों से जल्द चर्चा करेगा.
जावड़ेकर ने कहा कि ई-वाहनों को लेकर कई तरह के नए विचार और सुझाव सामने आ रहे हैं. इसलिए जल्द ही इस संबंध में हितधारकों के साथ एक बैठक की जायेगी. इस अवसर पर महिंद्रा एंड महिंद्रा के पूर्व प्रबंध निदेशक पवन गोयनका (Pawan Goenka, former Managing Director of Mahindra & Mahindra) ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की पहल के बावजूद ई-वाहनों के लिए सुविधाओं का विस्तार बहुत धीमी गति से हो रहा है. इस गति को तेज करने के लिए हितधारकों के परामर्श की आवश्यकता है.
इसे भी पढ़ें : कई बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां देश के कानून का खुलकर उल्लंघन कर रहीं: गोयल
एनएटीआरएएक्स परियोजना भारी उद्योग मंत्रालय के राष्ट्रीय ऑटोमोटिव परीक्षण और अनुसंधान एवं विकास बुनियादी ढांचा परियोजना (एनएटीआरआईपी) के तहत बनाई जा रही है.एनएटीआरएएक्स भारत में ऑटोमोटिव परीक्षण और प्रमाणन केंद्रों में से एक है.
(पीटीआई-भाषा)