वाशिंगटन: विकासशील देशों का कुल विदेशी ऋण 2018 में पांच प्रतिशत से अधिक बढ़कर 7,800 अरब डॉलर पहुंच गया. इसमें मुख्य बढ़ोतरी चीन का कर्ज बढ़ने से हुई है. विश्वबैंक ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय ऋण सांख्यिकी रिपोर्ट जारी की है.
रिपोर्ट के अनुसार आंकड़े दिखाते हैं कि जिन देशों का ऋण बोझ बढ़ रहा है उनकी हिस्सेदारी बढ़ी है.
विश्वबैंक ने एक बयान में कहा कि चीन के ऋण में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस वजह से विकासशील देशों के कुल विदेशी ऋण में बढ़ोत्तरी हुई है.
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बहुपक्षीय ऋणदाताओं की ओर से मिलने वाले ऋण में 86 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी है. लेकिन इसमें एक बड़ी हिस्सेदारी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा संकट में घिरे अर्जेंटीना को दी गयी रिकॉर्ड मदद की है.
विश्वबैंक के अनुसार ऋण लेने वाले दस शीर्ष देशों को हटा दिया जाए तो विदेशी ऋण में मात्र चार प्रतिशत की वृद्धि हुई है.