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डीडीए ड्रॉ में 8,438 लोगों को मिला आशियाना, पेपरलेस थी पूरी हाउसिंग स्कीम - narela

दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की आवासीय योजना 2019 के करीब 18 हजार फ्लैटों का ड्रॉ आज निकाला गया. इस ड्रॉ में 8,438 लोगों को मिला उनका आशियाना.

डीडीए ड्रॉ में 8,438 लोगों को मिला आशियाना, पेपरलेस थी पूरी हाउसिंग स्कीम
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Published : Jul 23, 2019, 11:33 PM IST

नई दिल्ली: डीडीए की साल 2019 आवासीय योजना के लिए आज ड्रॉ निकाला गया जिसमें 8,438 लोगों को उनका आशियाना मिल गया. यह ड्रॉ डीडीए के आईएनए स्थित मुख्यालय पर निकाला गया.

डीडीए के ये फ्लैट वसंत कुंज और नरेला में मिलेंगे. इस ड्रॉ में कुल 45012 लोगों ने आवेदन किया था. वहीं इसमें फ्लैटों की संख्या 10294 रखी गई थी. डीडीए ने अपने ड्रॉ का लाइव प्रसारण अपनी वेबसाइट पर भी किया और फ्लैट पाने वाले लोगों की सूची भी वेबसाइट पर डाल दी. ये पहली ऐसी आवासीय योजना है जो पूरी तरह से पेपरलेस है.

डीडीए ने निकाला ड्रॉ

डीडीए के पास आए 45 हजार आवेदन

जानकारी के अनुसार डीडीए ने बीते 25 मार्च को इस साल की आवास योजना निकाली थी, जिसमें 18 हजार फ्लैटों को शामिल किया था. इस आवासीय योजना को लेकर लोगों का ठंडा रिस्पॉन्स रहा, जिसकी वजह से कुल 45 हजार आवेदन ही डीडीए के पास आए.

ये भी पढ़ें: बजट 2019-20 को संसद की मंजूरी, राज्य सभा ने वित्त विधेयक अनुमोदित कर लोक सभा को लौटाया

इसके चलते डीडीए ने मंगलवार को होने वाले ड्रॉ में 10,294 फ्लैटों को ही शामिल किया था. दरअसल उन फ्लैटों को इस ड्रॉ से बाहर कर लिया गया जिसके लिए आवेदन ही नहीं आए थे.

सेवानिवृत्त जज के सामने निकाला गया ड्रॉ

विकास सदन में आयोजित कार्यक्रम में सेवानिवृत्त जज एसएन अग्रवाल की अध्यक्षता में यह ड्रॉ निकाला गया. उनकी देखरेख में यह पूरा ड्रॉ का कार्यक्रम किया गया ताकि किसी प्रकार का शक इस ड्रॉ को लेकर लोगों के बीच में न रहे.

ड्रॉ में सबसे पहले फ्लैटों और आवेदकों के नंबर को घुमाकर अलग-अलग कर दिया गया. इसके बाद कुछ पत्रकारों को बुलाकर ड्रॉ से पहले नंबर निकाले गए. इन नंबर के आधार पर कंप्यूटर से ड्रॉ निकाला गया. ड्रॉ में कुल 8,438 लोगो को उनकी पसंद के फ्लैट मिल गए हैं.

इसलिए कम लोगों के निकले फ्लैट

डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी नरेंद्र तोमर ने बताया कि इस आवासीय योजना में लोगों ने नरेला के फ्लैटों के लिए बेहद कम आवेदन किए थे. यही वजह है कि उन्हें कम फ्लैटों का यह ड्रॉ निकालना पड़ा. उन्होंने बताया कि ड्रॉ में बचने वाले लगभग 18 सौ फ्लैट भी लोगों की पसंद नहीं होने के कारण बच गए हैं.

उन्होंने बताया कि बचे हुए फ्लैटों को लेकर नए सिरे से काम किया जाएगा और फिर उन्हें बेचा जाएगा. फिलहाल इस ड्रॉ में लक्की विजेता बनने वाले लोगों को आगे की कार्रवाई कर यह फ्लैट जल्द सौंप दिए जाएंगे.

डीडीए का 400वां ड्रॉ हुआ पेपरलेस

डीडीए के अनुसार आज निकाला गया ड्रॉ अब तक का पहला ऐसा ड्रॉ है जो पूरी तरह से पेपरलेस था. उन्होंने बताया कि यह आवासीय योजना ऑनलाइन निकाली गई थी. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भरे गए और अब ऑनलाइन ही परिणाम घोषित किया गया.

इसके लिए पेमेंट भी ऑनलाइन ली जाएगी और जिन लोगों के फ्लैट नहीं निकले उनके रुपए भी ऑनलाइन ही लौटाए जायेंगे. उन्होंने बताया कि यह डीडीए का 400वां ड्रॉ है, लेकिन पहली बार कोई आवासीय योजना पूरी तरह से पेपरलेस चल रही.

नई दिल्ली: डीडीए की साल 2019 आवासीय योजना के लिए आज ड्रॉ निकाला गया जिसमें 8,438 लोगों को उनका आशियाना मिल गया. यह ड्रॉ डीडीए के आईएनए स्थित मुख्यालय पर निकाला गया.

डीडीए के ये फ्लैट वसंत कुंज और नरेला में मिलेंगे. इस ड्रॉ में कुल 45012 लोगों ने आवेदन किया था. वहीं इसमें फ्लैटों की संख्या 10294 रखी गई थी. डीडीए ने अपने ड्रॉ का लाइव प्रसारण अपनी वेबसाइट पर भी किया और फ्लैट पाने वाले लोगों की सूची भी वेबसाइट पर डाल दी. ये पहली ऐसी आवासीय योजना है जो पूरी तरह से पेपरलेस है.

डीडीए ने निकाला ड्रॉ

डीडीए के पास आए 45 हजार आवेदन

जानकारी के अनुसार डीडीए ने बीते 25 मार्च को इस साल की आवास योजना निकाली थी, जिसमें 18 हजार फ्लैटों को शामिल किया था. इस आवासीय योजना को लेकर लोगों का ठंडा रिस्पॉन्स रहा, जिसकी वजह से कुल 45 हजार आवेदन ही डीडीए के पास आए.

ये भी पढ़ें: बजट 2019-20 को संसद की मंजूरी, राज्य सभा ने वित्त विधेयक अनुमोदित कर लोक सभा को लौटाया

इसके चलते डीडीए ने मंगलवार को होने वाले ड्रॉ में 10,294 फ्लैटों को ही शामिल किया था. दरअसल उन फ्लैटों को इस ड्रॉ से बाहर कर लिया गया जिसके लिए आवेदन ही नहीं आए थे.

सेवानिवृत्त जज के सामने निकाला गया ड्रॉ

विकास सदन में आयोजित कार्यक्रम में सेवानिवृत्त जज एसएन अग्रवाल की अध्यक्षता में यह ड्रॉ निकाला गया. उनकी देखरेख में यह पूरा ड्रॉ का कार्यक्रम किया गया ताकि किसी प्रकार का शक इस ड्रॉ को लेकर लोगों के बीच में न रहे.

ड्रॉ में सबसे पहले फ्लैटों और आवेदकों के नंबर को घुमाकर अलग-अलग कर दिया गया. इसके बाद कुछ पत्रकारों को बुलाकर ड्रॉ से पहले नंबर निकाले गए. इन नंबर के आधार पर कंप्यूटर से ड्रॉ निकाला गया. ड्रॉ में कुल 8,438 लोगो को उनकी पसंद के फ्लैट मिल गए हैं.

इसलिए कम लोगों के निकले फ्लैट

डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी नरेंद्र तोमर ने बताया कि इस आवासीय योजना में लोगों ने नरेला के फ्लैटों के लिए बेहद कम आवेदन किए थे. यही वजह है कि उन्हें कम फ्लैटों का यह ड्रॉ निकालना पड़ा. उन्होंने बताया कि ड्रॉ में बचने वाले लगभग 18 सौ फ्लैट भी लोगों की पसंद नहीं होने के कारण बच गए हैं.

उन्होंने बताया कि बचे हुए फ्लैटों को लेकर नए सिरे से काम किया जाएगा और फिर उन्हें बेचा जाएगा. फिलहाल इस ड्रॉ में लक्की विजेता बनने वाले लोगों को आगे की कार्रवाई कर यह फ्लैट जल्द सौंप दिए जाएंगे.

डीडीए का 400वां ड्रॉ हुआ पेपरलेस

डीडीए के अनुसार आज निकाला गया ड्रॉ अब तक का पहला ऐसा ड्रॉ है जो पूरी तरह से पेपरलेस था. उन्होंने बताया कि यह आवासीय योजना ऑनलाइन निकाली गई थी. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भरे गए और अब ऑनलाइन ही परिणाम घोषित किया गया.

इसके लिए पेमेंट भी ऑनलाइन ली जाएगी और जिन लोगों के फ्लैट नहीं निकले उनके रुपए भी ऑनलाइन ही लौटाए जायेंगे. उन्होंने बताया कि यह डीडीए का 400वां ड्रॉ है, लेकिन पहली बार कोई आवासीय योजना पूरी तरह से पेपरलेस चल रही.

Intro:नई दिल्ली
डीडीए की वर्ष 2019 आवासीय योजना के लिए मंगलवार को ड्रा निकाला गया जिसमें 8438 लोगों के घर का सपना पूरा हो गया. उन्हें यह फ्लैट वसंत कुंज और नरेला में मिलेंगे. इस ड्रा में कुल 45012 लोगों ने आवेदन किया था. वहीं इसमें फ्लैटों की संख्या 10294 रखी गई थी. डीडीए ने अपने ड्रा का लाइव प्रसारण अपनी वेबसाइट पर किया और फ्लैट पाने वाले लोगों की सूची भी इस पर डाल दी गई है. यह पहली ऐसी आवासीय योजना है जो पूरी तरह से पेपरलेस है.


Body:जानकारी के अनुसार डीडीए ने बीते 25 मार्च को इस वर्ष की आवास योजना निकाली थी जिसमें 18,000 फ्लैटों को शामिल किये गए थे. इस आवासीय योजना को लेकर लोगों का ठंडा रिस्पॉन्स रहा जिसकी वजह से कुल मिलाकर लगभग 45,000 आवेदन ही डीडीए को मिले. इसके चलते डीडीए ने मंगलवार को होने वाले ड्रा में 10,294 फ्लैटों को ही शामिल किया था. दरअसल उन फ्लैटों को इस ड्रॉ से बाहर कर लिया गया जिसके लिए आवेदन ही नहीं आए थे.



सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में निकाला गया ड्रॉ
विकास सदन में आयोजित कार्यक्रम में सेवानिवृत्त जज एसएन अग्रवाल की अध्यक्षता में यह ड्रा निकाला गया. उनकी देखरेख में यह पूरा ड्रॉ का कार्यक्रम किया गया ताकि किसी प्रकार का शक इस ड्रा को लेकर लोगों के बीच में न रहे. ड्रॉ में सबसे पहले फ्लैटों और आवेदकों के नंबर को घुमाकर अलग अलग कर दिया गया. इसके बाद कुछ पत्रकारों को बुलाकर ड्रॉ से पहले नंबर निकाले गए. इन नंबर के आधार पर कंप्यूटर से ड्रॉ निकाला गया. ड्रॉ में कुल 8,438 लोगो को उनकी पसंद के फ्लैट मिल गए हैं.


इसलिए कम लोगों के निकले फ्लैट
डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी नरेंद्र तोमर ने बताया कि इस आवासीय योजना में लोगों ने नरेला के फ्लैटों के लिए बेहद कम आवेदन किए थे. यही वजह है कि उन्हें कम फ्लैटों का यह ड्रॉ निकालना पड़ा. उन्होंने बताया कि ड्रा में बचने वाले लगभग 1800 फ्लैट भी लोगों की पसंद नहीं होने के कारण बच गए हैं. उन्होंने बताया कि बचे हुए फ्लैटों को लेकर नए सिरे से काम किया जाएगा और फिर उन्हें बेचा जाएगा. फिलहाल इस ड्रा में लक्की विजेता बनने वाले लोगों को आगे की कार्रवाई कर यह फ्लैट जल्द सौंप दिए जाएंगे.







Conclusion:डीडीए का 400वां ड्रा हुआ पेपरलेस
डीडीए के अनुसार मंगलवार को निकाला गया ड्रा उनका अब तक का पहला ऐसा ड्रॉ है जो पूरी तरह से पेपरलेस रहेगा. उन्होंने बताया कि यह आवासीय योजना ऑनलाइन निकाली गई थी. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भरे गए और अब ऑनलाइन ही परिणाम घोषित किया गया है. इसके लिए पेमेंट भी ऑनलाइन ली जाएगी और जिन लोगों के फ्लैट नहीं निकले उनके रुपए भी ऑनलाइन ही लौटाए जायेंगे. उन्होंने बताया कि यह डीडीए का 400वां ड्रॉ है, लेकिन पहली बार कोई आवासीय योजना पूरी तरह से पेपरलेस चल रही है.
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