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बैंकों की ऋण, जमा वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी

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Published : Jun 20, 2019, 7:58 PM IST

एक साल पहले इसी पखवाड़े में बैंकों का ऋण 85.94 लाख करोड़ रुपये और जमा 114.08 लाख करोड़ रुपये पर था. इससे पिछले 24 मई को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का ऋण 12.70 प्रतिशत बढ़कर 96.22 लाख करोड़ रुपये और जमा 10.09 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 124.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.

बैंकों की ऋण, जमा वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी

मुंबई: बैंकों के ऋण और जमा की वृद्धि सात जून को समाप्त पखवाड़े में सुस्त पड़ी है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन पखवाड़े में बैंकों का ऋण 9.92 प्रतिशत बढ़कर 96.52 लाख करोड़ रुपये और जमा 12.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 125.40 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

एक साल पहले इसी पखवाड़े में बैंकों का ऋण 85.94 लाख करोड़ रुपये और जमा 114.08 लाख करोड़ रुपये पर था. इससे पिछले 24 मई को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का ऋण 12.70 प्रतिशत बढ़कर 96.22 लाख करोड़ रुपये और जमा 10.09 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 124.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.

ये भी पढ़ें: फेडरल रिजर्व ने दिया भविष्य में ब्याज दर कटौती का संकेत, सेंसेक्स 489 अंक उछला

गैर खाद्य ऋण अप्रैल में 11.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि अप्रैल, 2018 में यह 10.7 प्रतिशत बढ़ा था. अप्रैल में कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि पिछले साल इसी महीने में इस क्षेत्र में ऋण की वृद्धि 5.9 प्रतिशत रही थी. अप्रैल में सेवा क्षेत्र को ऋण की वृद्धि 16.8 प्रतिशत रही, जबकि अप्रैल, 2018 में इस क्षेत्र को कर्ज 20.7 प्रतिशत बढ़ा.

व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि समीक्षाधीन महीने में सुस्त पड़कर 19.1 प्रतिशत से 15.7 प्रतिशत पर आ गई. अप्रैल में उद्योग को ऋण 6.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले समान अवधि में इस क्षेत्र को ऋण मात्र एक प्रतिशत बढ़ा था.

मुंबई: बैंकों के ऋण और जमा की वृद्धि सात जून को समाप्त पखवाड़े में सुस्त पड़ी है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन पखवाड़े में बैंकों का ऋण 9.92 प्रतिशत बढ़कर 96.52 लाख करोड़ रुपये और जमा 12.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 125.40 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

एक साल पहले इसी पखवाड़े में बैंकों का ऋण 85.94 लाख करोड़ रुपये और जमा 114.08 लाख करोड़ रुपये पर था. इससे पिछले 24 मई को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का ऋण 12.70 प्रतिशत बढ़कर 96.22 लाख करोड़ रुपये और जमा 10.09 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 124.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.

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गैर खाद्य ऋण अप्रैल में 11.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि अप्रैल, 2018 में यह 10.7 प्रतिशत बढ़ा था. अप्रैल में कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि पिछले साल इसी महीने में इस क्षेत्र में ऋण की वृद्धि 5.9 प्रतिशत रही थी. अप्रैल में सेवा क्षेत्र को ऋण की वृद्धि 16.8 प्रतिशत रही, जबकि अप्रैल, 2018 में इस क्षेत्र को कर्ज 20.7 प्रतिशत बढ़ा.

व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि समीक्षाधीन महीने में सुस्त पड़कर 19.1 प्रतिशत से 15.7 प्रतिशत पर आ गई. अप्रैल में उद्योग को ऋण 6.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले समान अवधि में इस क्षेत्र को ऋण मात्र एक प्रतिशत बढ़ा था.

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मुंबई: बैंकों के ऋण और जमा की वृद्धि सात जून को समाप्त पखवाड़े में सुस्त पड़ी है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन पखवाड़े में बैंकों का ऋण 9.92 प्रतिशत बढ़कर 96.52 लाख करोड़ रुपये और जमा 12.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 125.40 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

एक साल पहले इसी पखवाड़े में बैंकों का ऋण 85.94 लाख करोड़ रुपये और जमा 114.08 लाख करोड़ रुपये पर था. इससे पिछले 24 मई को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का ऋण 12.70 प्रतिशत बढ़कर 96.22 लाख करोड़ रुपये और जमा 10.09 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 124.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.

गैर खाद्य ऋण अप्रैल में 11.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि अप्रैल, 2018 में यह 10.7 प्रतिशत बढ़ा था. अप्रैल में कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि पिछले साल इसी महीने में इस क्षेत्र में ऋण की वृद्धि 5.9 प्रतिशत रही थी. अप्रैल में सेवा क्षेत्र को ऋण की वृद्धि 16.8 प्रतिशत रही, जबकि अप्रैल, 2018 में इस क्षेत्र को कर्ज 20.7 प्रतिशत बढ़ा.

व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि समीक्षाधीन महीने में सुस्त पड़कर 19.1 प्रतिशत से 15.7 प्रतिशत पर आ गई. अप्रैल में उद्योग को ऋण 6.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले समान अवधि में इस क्षेत्र को ऋण मात्र एक प्रतिशत बढ़ा था.

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