नई दिल्ली: विदेशी कंपनी अमेजन और भारतीय कंपनी फ्यूचर ग्रुप पर अमेजन के अनैतिक कब्जे की कोशिश को कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अमेजन द्वारा भारतीय कंपनियों पर गैर कानूनी रूप से कब्जा जमाने का आरोप लगाया है और कहा है कि वह इस लड़ाई में भारतीय कंपनी का साथ देगा.
कैट ने कहा, "बेशक भारतीय कंपनी फ्यूचर ग्रुप से व्यापारियों के मतभेद हैं, लेकिन राष्ट्रहित में विदेशी कंपनी और भारतीय कंपनी की इस लड़ाई में कैट खुलकर भारतीय कंपनी का साथ देगा."
कैट ने इस मामले पर फिक्की और सीआईआई जैसे उद्योग संगठनों की चुप्पी पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ये संगठन अभी तक इस मामले पर क्यों नहीं बोले. ऐसा लगता है कि इसके पीछे कहीं इन संगठनों का निहित स्वार्थ तो नहीं छुपा हुआ है.
कैट ने कहा, "भारतीय कंपनी के साथ हमारे मतभेद देश का अंदरूनी मामला है, जिसे हम सुलझा लेंगे, मगर कोई विदेशी कंपनी अगर भारतीय कंपनी का अनैतिक तरीके से अधिग्रहण करेगी तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
कैट ने 4 नवंबर को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को सबूती दस्तावेज के साथ एक ज्ञापन भेजकर अमेजन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी कर चुकी है.
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कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि भारत के व्यापारी अमेजन द्वारा उनके व्यापार को नष्ट किए जाने को लेकर बेहद चिंतित हैं, क्योंकि अमेजन उनका व्यापार नष्ट करने पर तुला है और इसीलिए अमेजन हर रास्ता अपनाकर भारत के खुदरा कारोबार पर अपना कब्जा जमाने के लिए कुछ भी अधिकृत या अनधिकृत रास्ता अपना कर मनमानी व्यापारिक गतिविधियां चला रहा है.
उन्होंने कहा, "हमने वाणिज्य मंत्री और वित्तमंत्री से तत्काल कार्रवाई की मांग की. इस मुद्दे पर सरकार के कानूनों और नियमों में व्यापारियों का विश्वास बहाल करने के लिए कैट ने संबंधित अधिनियम और नियमों के तहत आरबीआई, सेबी और प्रवर्तन निदेशालय से अमेजन के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की भी मांग की है."
(आईएएनएस)