नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोक सभा में बहुप्रतीक्षित आम बजट 2021-2022 पेश किया. संसद का बजट सत्र चल रहा है और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक वित्त मंत्री ने लोक सभा में की कार्यवाही शुरू होने के बाद भारत की आर्थिक योजनाओं को संसद के पटल पर रखा.
स्वास्थ्य क्षेत्र के बजट की प्रमुख बातें :-
- स्वास्थ्य व्यवस्था- पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना शुरू.
- पब्लिक हेल्थ लैब सभी जिले में खोले जाएंगे.
- 112 जिलों में पोषण अभियान को बेहतर बनाएंगे.
- 7 बायो सेफ्टी स्तर के 3 लैब खोले जाएंगे.
- सबको स्वच्छ पानी मिले, इसकी व्यवस्था.
- 15 हेल्थ इमरजेंसी सेंटर की स्थापना होगी.
- टीकाकरण के लिए 35 हजार करोड़ की व्यवस्था.
- स्वास्थ्य क्षेत्र में बजट बढ़कर 94 हजार करोड़ से बढ़कर 2.23 लाख करोड़ हुआ.
- एक नई केंद्र प्रायोजित योजना - पीएम आत्मानबीर स्वास्थ्य योजना - छह वर्षों में 64,180 करोड़ रुपये के परिव्यय पर शुरू की जाएगी.
- पोषण संबंधी सामग्री, वितरण, परिणाम को मजबूत करने के लिए, हम पूरक पोषण कार्यक्रम और पोशन अभियान का विलय करेंगे और मिशन पोशन 2.0 का शुभारंभ करेंगे.
- डब्ल्यूएचओ ने बार-बार स्वच्छ पानी, स्वच्छता और पर्यावरण पर जोर दिया है. सार्वभौमिक स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए जल जीवन मिशन (शहरी) शुरू किया जाएगा.
- सरकार की ओर से 64,180 करोड़ रुपये इसके लिए दिए गए हैं और स्वास्थ्य के बजट को बढ़ाया गया है. इसी के साथ सरकार की ओर से WHO के स्थानीय मिशन को भारत में लॉन्च किया जाएगा.
- शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 की शुरुआत होगी. शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 को 2021-2026 से 5 वर्ष की अवधि में 1,41,678 करोड़ रूपए के कुल वित्तीय आवंटन से कार्यान्वित किया जाएगा.
- भारत में बनी न्यूमोकोकल वैक्सीन अभी सिर्फ 5 राज्यों तक सीमित है, इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा. इससे वर्ष में 50,000 से ज़्यादा बच्चों की मौत को रोका जा सकेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, आज भारत के पास दो वैक्सीन उपलब्ध हैं. हमने कोविड-19 के विरुद्ध स्वयं के नागरिकों को चिकित्सा की दृष्टि से सुरक्षित करना शुरू किया है. 100 या उससे अधिक देशों के लोगों को भी इसकी सुरक्ष मुहैया कराई है.
उन्होंने कहा, इस बजट में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर निवेश काफी बढ़ा है. हम तीन क्षेत्रों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं - निवारक, उपचारात्मक और कल्याण.
बता दें कि 2021-22 का बजट 6 स्तंभों पर टिका है. पहला स्तंभ है- स्वास्थ्य और कल्याण, दूसरा-भौतिक और वित्तीय पूंजी और अवसंरचना, तीसरा-अकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, चौथा-मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना, पांचवा-नवाचार और अनुसंधान और विकास, छठा स्तंभ- न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन.