नई दिल्ली: आटो उपकरण उद्योग निकाय एक्मा ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से तमाम दिक्कतों की वजह से चालू वित्तवर्ष में आटो उपकरण क्षेत्र में दोहरे अंकों में गिरावट रहने का अनुमान है. इस उद्योग में पहली छमाही में 34 प्रतिशत की गिरावट आयी थी.
ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एक्मा) ने कहा कि उद्योग की हालत सुधने में दो से तीन साल का समय लग सकता है.
एक्मा के अध्यक्ष दीपक जैन ने वीडीयों कांफ्रेंस में संवाददाताओं से कहा कि चालू वित्तवर्ष की पहली छमाही में कि मोटर वाहन कलपुर्जों का कारोबार 1.19 लाख करोड़ रुपये (15.9 अरब डॉलर) रहा, जो पिछले वित्तवर्ष की पहली छमाही के 1.82 लाख करोड़ रुपये (26.2 अरब डॉलर) की तुलना में 34 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है.
यह प्रदर्शन, मुख्य रूप से पहली तिमाही की गिरावट का असर है जबकि राष्ट्रव्यापी कड़े लॉकडाउन के कारण ऑटो सेक्टर में लगभग 'शून्य राजस्व' की स्थिति थी तथा दूसरी तिमाही में भी प्रतिबंध जारी रहे.
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संगठन का अनुमान है कि इस साल अभी, क्योंकि लॉकडाउन और उससे जुड़ी चुनौतियों का सामना करना करना पड़ है, हमारे प्रदर्शन में दोहरे अंकों का संकुचन होगा.
उन्होंने कहा कि दूसरी छमाही में इतना सुधार नहीं होगा कि पहले के नुकसान की भरपायी हो सके. वाहन उपकरण बाजार पिछले तीन चार साल से दबाव में है. संगठन का अनुमान है कि स्थिति पूरी तरह समामान्य होने में अभी साल दा साल लगेंगे.
उन्होंने कहा कि वहन और सेल/बैटरी विनिर्माण को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना में शामिल करने से वाहन कल पुर्जा क्षेत्र को लाभ होगा. जैन की राय में वाहन कल पुर्जा उद्योग अगले क्षमताएं बढ़ाने के बारे में अभी कहीं अगले साल सोच विचार कर सकता है.
उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा सकेतों से लगता है कि वाहनों की मांग आगामी महीनों में भी अच्छी बनी रहेगी.
(पीटीआई-भाषा)