बेंगलुरू: तकनीकी दिग्गज कंपनी एप्पल ने शनिवार को ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन को प्रोबेशन (परख अवधि) पर रख दिया है. बेंगलुरू के पास स्थित विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन के प्लांट में हिंसा भड़कने के एक सप्ताह बाद एप्पल ने यह निर्णय लिया है.
विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन के प्लांट में आईफोन और अन्य आईटी उत्पादों का निर्माण होता है. शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि कंपनी उचित कार्य प्रबंधन संबंधी प्रक्रियाओं को लागू करने में विफल रही है, जिसके बाद एप्पल ने यह कदम उठाया है.
एप्पल ने कहा कि सुधारात्मक कार्रवाइयों को पूरा करने से पहले विस्ट्रॉन को एप्पल से कोई नया व्यवसाय प्राप्त नहीं होगा.
एप्पल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि "हमने अपने कर्मचारियों और स्वतंत्र ऑडिटर्स को विस्ट्रॉन के नरसापुरा फैसिलिटी (कर्नाटक में) में हुई इस घटना की जांच का काम सौंपा है."
एप्पल ने माना कि उसके सप्लायर की ओर से आचार संहिता का उल्लंघन किया गया. विस्ट्रॉन कार्य समय प्रबंधन प्रक्रियाओं को लागू करने में विफल रही. कंपनी ने कहा, "हमने विस्ट्रॉन को प्रोबेशन पर डाल दिया है. सुधारात्मक कार्रवाई पूरी होने तक उन्हें कोई नया बिजनेस नहीं दिया जाएगा."
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गौरतलब है कि कर्नाटक के नरसापुरा में तकनीक के क्षेत्र में ताईवान की दिग्गज कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन की ओर से संचालित एक आईफोन विनिर्माण संयंत्र में पिछले हफ्ते कर्मचारियों ने कथित रूप से वेतन बकाया को लेकर तोड़फोड़ की थी.
कोलार में नरसापुरा औद्योगिक क्षेत्र में 43 एकड़ में स्थापित आईफोन प्लांट संयंत्र बेंगलुरू से लगभग 60 किलोमीटर दूर है. राज्य सरकार ने कंपनी को नरसापुरा में 43 एकड़ जमीन आवंटित की थी. कंपनी ने इसमें 2,900 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव दिया था और 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार देने का आश्वासन दिया था.