गंगटोक: सिक्किम के नाथू ला दर्रे के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र शुरू हो गया है. दोनों देशों के बीच 14 साल से इस मार्ग से व्यापार हो रहा है और यह गर्मियों के सात माह तक चलता है.
इस मौके पर यहां एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सिक्किम के सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सीमा व्यापार शुरू होने के मौके पर दोनों देशों के अधिकारियों तथा व्यापारी सीमा पर मौजूद थे.
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विज्ञप्ति के अनुसार वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डा. थामस चांडी के साथ विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे. दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार हर साल एक मई से 30 नवंबर के बीच सप्ताह में चार दिन होता है.
यह व्यापार 44 साल के अंतराल के बाद 2006 में फिर शुरू हुआ. विज्ञप्ति के अनुसार भारत की तरफ से डेयरी उत्पाद से लेकर बर्तन समेत 36 तरह की चीजें निर्यात की जाती हैं जबकि तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के व्यापारी कालीन, जैकेट जैसी कुल 20 प्रकार की वस्तुएं बेचने आते हैं. पिछले साल भारत से निर्यात 45.03 करोड़ रुपये का हुआ था जबकि आयात 3.23 करोड़ रुपये का था.
नाथु ला के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र शुरू - India-China Border Trade
सिक्किम के सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सीमा व्यापार शुरू होने के मौके पर दोनों देशों के अधिकारियों तथा व्यापारी सीमा पर मौजूद थे.
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गंगटोक: सिक्किम के नाथू ला दर्रे के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र शुरू हो गया है. दोनों देशों के बीच 14 साल से इस मार्ग से व्यापार हो रहा है और यह गर्मियों के सात माह तक चलता है.
इस मौके पर यहां एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सिक्किम के सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सीमा व्यापार शुरू होने के मौके पर दोनों देशों के अधिकारियों तथा व्यापारी सीमा पर मौजूद थे.
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विज्ञप्ति के अनुसार वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डा. थामस चांडी के साथ विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे. दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार हर साल एक मई से 30 नवंबर के बीच सप्ताह में चार दिन होता है.
यह व्यापार 44 साल के अंतराल के बाद 2006 में फिर शुरू हुआ. विज्ञप्ति के अनुसार भारत की तरफ से डेयरी उत्पाद से लेकर बर्तन समेत 36 तरह की चीजें निर्यात की जाती हैं जबकि तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के व्यापारी कालीन, जैकेट जैसी कुल 20 प्रकार की वस्तुएं बेचने आते हैं. पिछले साल भारत से निर्यात 45.03 करोड़ रुपये का हुआ था जबकि आयात 3.23 करोड़ रुपये का था.
नाथु ला के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र शुरू
गंगटोक: सिक्किम के नाथू ला दर्रे के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र शुरू हो गया है. दोनों देशों के बीच 14 साल से इस मार्ग से व्यापार हो रहा है और यह गर्मियों के पांच माह तक चलता है.
इस मौके पर यहां एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सिक्किम के सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सीमा व्यापार शुरू होने के मौके पर दोनों देशों के अधिकारियों तथा व्यापारी सीमा पर मौजूद थे.
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विज्ञप्ति के अनुसार वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डा. थामस चांडी के साथ विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे. दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार हर साल एक मई से 30 नवंबर के बीच सप्ताह में चार दिन होता है.
यह व्यापार 44 साल के अंतराल के बाद 2006 में फिर शुरू हुआ. विज्ञप्ति के अनुसार भारत की तरफ से डेयरी उत्पाद से लेकर बर्तन समेत 36 तरह की चीजें निर्यात की जाती हैं जबकि तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के व्यापारी कालीन, जैकेट जैसी कुल 20 प्रकार की वस्तुएं बेचने आते हैं. पिछले साल भारत से निर्यात 45.03 करोड़ रुपये का हुआ था जबकि आयात 3.23 करोड़ रुपये का था.
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