नई दिल्ली: मदर डेयरी तथा अमूल के बाद अब डेयरी कंपनी दिल्ली मिल्क स्कीम (डीएमएस) भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूध की कीमतें बढ़ा सकती है. पशुपालन विभाग के सचिव तरुण श्रीधर ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि किसानों को दिये जाने वाले भुगतान पर राज्य सरकारों द्वारा सब्सिडी कम किये जाने के कारण नंदिनी और सुधा जैसे सहकारी दूध ब्रांड भी दाम बढ़ा सकते हैं.
हालांकि उन्होंने लागत खर्च में विविधता तथा पशुओं की अलग-अलग उत्पादकता के कारण सभी राज्यों में दूध की एक समान खुदरा कीमत की संभावना से इनकार कर दिया.
ये भी पढ़ें- पेटीएम पोस्ट पेड वॉलेट मामले में उच्च न्यायालय ने आरबीआई से मांगा जवाब
डीएमएस की स्थापना 1959 में हुई थी. कंपनी के पास प्रति दिन पांच लाख लीटर दूध उत्पादन एवं पैकेजिंग की क्षमता है. कंपनी के पास दिल्ली-एनसीआर में 1,298 दुकानों का नेटवर्क है.
श्रीधर ने कहा, "अमूल और मदर डेयरी दोनों ने दूध की कीमतें बढ़ा दी है. डीएमएस भी जल्दी ही ऐसा करने वाली है क्योंकि इसकी खुदरा कीमतें मदर डेयरी से संबंधित है."
अमूल और मदर डेयरी ने पशुपालकों को बेहतर दर पर भुगतान करने के लिये दूध की कीमत पिछले सप्ताह दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दी है.
अमूल और मदर डेयरी के बाद डीएमएस भी बढ़ा सकती है दूध की कीमतें
डीएमएस की स्थापना 1959 में हुई थी. कंपनी के पास प्रति दिन पांच लाख लीटर दूध उत्पादन एवं पैकेजिंग की क्षमता है. कंपनी के पास दिल्ली-एनसीआर में 1,298 दुकानों का नेटवर्क है.
नई दिल्ली: मदर डेयरी तथा अमूल के बाद अब डेयरी कंपनी दिल्ली मिल्क स्कीम (डीएमएस) भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूध की कीमतें बढ़ा सकती है. पशुपालन विभाग के सचिव तरुण श्रीधर ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि किसानों को दिये जाने वाले भुगतान पर राज्य सरकारों द्वारा सब्सिडी कम किये जाने के कारण नंदिनी और सुधा जैसे सहकारी दूध ब्रांड भी दाम बढ़ा सकते हैं.
हालांकि उन्होंने लागत खर्च में विविधता तथा पशुओं की अलग-अलग उत्पादकता के कारण सभी राज्यों में दूध की एक समान खुदरा कीमत की संभावना से इनकार कर दिया.
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डीएमएस की स्थापना 1959 में हुई थी. कंपनी के पास प्रति दिन पांच लाख लीटर दूध उत्पादन एवं पैकेजिंग की क्षमता है. कंपनी के पास दिल्ली-एनसीआर में 1,298 दुकानों का नेटवर्क है.
श्रीधर ने कहा, "अमूल और मदर डेयरी दोनों ने दूध की कीमतें बढ़ा दी है. डीएमएस भी जल्दी ही ऐसा करने वाली है क्योंकि इसकी खुदरा कीमतें मदर डेयरी से संबंधित है."
अमूल और मदर डेयरी ने पशुपालकों को बेहतर दर पर भुगतान करने के लिये दूध की कीमत पिछले सप्ताह दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दी है.
अमूल और मदर डेयरी के बाद डीएमएस भी बढ़ा सकती है दूध की कीमतें
नई दिल्ली: मदर डेयरी तथा अमूल के बाद अब डेयरी कंपनी दिल्ली मिल्क स्कीम (डीएमएस) भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूध की कीमतें बढ़ा सकती है. पशुपालन विभाग के सचिव तरुण श्रीधर ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि किसानों को दिये जाने वाले भुगतान पर राज्य सरकारों द्वारा सब्सिडी कम किये जाने के कारण नंदिनी और सुधा जैसे सहकारी दूध ब्रांड भी दाम बढ़ा सकते हैं.
हालांकि उन्होंने लागत खर्च में विविधता तथा पशुओं की अलग-अलग उत्पादकता के कारण सभी राज्यों में दूध की एक समान खुदरा कीमत की संभावना से इनकार कर दिया.
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डीएमएस की स्थापना 1959 में हुई थी. कंपनी के पास प्रति दिन पांच लाख लीटर दूध उत्पादन एवं पैकेजिंग की क्षमता है. कंपनी के पास दिल्ली-एनसीआर में 1,298 दुकानों का नेटवर्क है.
श्रीधर ने कहा, "अमूल और मदर डेयरी दोनों ने दूध की कीमतें बढ़ा दी है. डीएमएस भी जल्दी ही ऐसा करने वाली है क्योंकि इसकी खुदरा कीमतें मदर डेयरी से संबंधित है."
अमूल और मदर डेयरी ने पशुपालकों को बेहतर दर पर भुगतान करने के लिये दूध की कीमत पिछले सप्ताह दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दी है.
Conclusion: