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अभी भारत में चारपहिया इलेक्ट्रिक वाहन के व्यापक इस्तेमाल में समयः ओला - इलेक्ट्रिक वाहन

ओला ने नागपुर में बिजली से चलने वाले चारपहिया वाहनों के साथ एक प्रयोग किया था. कंपनी के मुताबिक इस प्रयोग से मिली समझ से उसे लगता है कि चारपहिया ई-वाहन अभी भारत में बड़े स्तर पर इस्तेमाल के लिहाज से पूरी तरह तैयार नहीं हैं.

अभी भारत में चारपहिया इलेक्ट्रिक वाहन के व्यापक इस्तेमाल में समयः ओला
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Published : May 12, 2019, 2:46 PM IST

नई दिल्ली: एप के जरिए टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली ओला का मानना है कि बिजली से चलने वाले चार पहिया वाहनों के बड़े पैमाने पर बाजार में आने में समय लगेगा. इसलिए कंपनी बिजली से चलने वाले दोपहिया एवं तिपहिया वाहनों पर अधिक जोर दे रही है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा.

ओला ने नागपुर में बिजली से चलने वाले चारपहिया वाहनों के साथ एक प्रयोग किया था. कंपनी के मुताबिक इस प्रयोग से मिली समझ से उसे लगता है कि चारपहिया ई-वाहन अभी भारत में बड़े स्तर पर इस्तेमाल के लिहाज से पूरी तरह तैयार नहीं हैं. कंपनी की योजना इसलिए मार्च, 2020 के आखिर तक भारत की सड़कों पर दस हजार ई-वाहनों (दोपहिया एवं तिपहिया) को उतारने की है.

ये भी पढ़ें: जापान ने दुनिया की सबसे तेज गति वाली बुलेट ट्रेन का ट्रायल शुरू किया

ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (ओईएम) के सह-संस्थापक आनन्द शाह ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, "(नागपुर) से हमें सबसे बड़ा सबक यह मिला कि चारपहिया वाहन अभी तैयार नहीं है. बड़े पैमाने पर ऐसे वाहनों के भारत की सड़कों पर आने में कुछ साल अभी और लगेंगे."

शाह के मुताबिक कंपनी ने इस विश्वास को नहीं छोड़ा है कि विद्युतीकरण लंबी अवधि में व्यवहारिक है. ई-परिवहन को लेकर कंपनी की योजना साझा करते हुए शाह ने कहा, "हम आने वाले वर्षों में दोपहिया और तिपहिया वाहनों पर जोर दे रहे हैं. नागपुर के अनुभव के बाद हम यह कहने की स्थिति में हैं कि हमें फिलहाल इन्हीं दोनों क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए."

नई दिल्ली: एप के जरिए टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली ओला का मानना है कि बिजली से चलने वाले चार पहिया वाहनों के बड़े पैमाने पर बाजार में आने में समय लगेगा. इसलिए कंपनी बिजली से चलने वाले दोपहिया एवं तिपहिया वाहनों पर अधिक जोर दे रही है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा.

ओला ने नागपुर में बिजली से चलने वाले चारपहिया वाहनों के साथ एक प्रयोग किया था. कंपनी के मुताबिक इस प्रयोग से मिली समझ से उसे लगता है कि चारपहिया ई-वाहन अभी भारत में बड़े स्तर पर इस्तेमाल के लिहाज से पूरी तरह तैयार नहीं हैं. कंपनी की योजना इसलिए मार्च, 2020 के आखिर तक भारत की सड़कों पर दस हजार ई-वाहनों (दोपहिया एवं तिपहिया) को उतारने की है.

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ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (ओईएम) के सह-संस्थापक आनन्द शाह ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, "(नागपुर) से हमें सबसे बड़ा सबक यह मिला कि चारपहिया वाहन अभी तैयार नहीं है. बड़े पैमाने पर ऐसे वाहनों के भारत की सड़कों पर आने में कुछ साल अभी और लगेंगे."

शाह के मुताबिक कंपनी ने इस विश्वास को नहीं छोड़ा है कि विद्युतीकरण लंबी अवधि में व्यवहारिक है. ई-परिवहन को लेकर कंपनी की योजना साझा करते हुए शाह ने कहा, "हम आने वाले वर्षों में दोपहिया और तिपहिया वाहनों पर जोर दे रहे हैं. नागपुर के अनुभव के बाद हम यह कहने की स्थिति में हैं कि हमें फिलहाल इन्हीं दोनों क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए."

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नई दिल्ली: एप के जरिए टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली ओला का मानना है कि बिजली से चलने वाले चार पहिया वाहनों के बड़े पैमाने पर बाजार में आने में समय लगेगा. इसलिए कंपनी बिजली से चलने वाले दोपहिया एवं तिपहिया वाहनों पर अधिक जोर दे रही है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा.

ओला ने नागपुर में बिजली से चलने वाले चारपहिया वाहनों के साथ एक प्रयोग किया था. कंपनी के मुताबिक इस प्रयोग से मिली समझ से उसे लगता है कि चारपहिया ई-वाहन अभी भारत में बड़े स्तर पर इस्तेमाल के लिहाज से पूरी तरह तैयार नहीं हैं. कंपनी की योजना इसलिए मार्च, 2020 के आखिर तक भारत की सड़कों पर दस हजार ई-वाहनों (दोपहिया एवं तिपहिया) को उतारने की है.

ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (ओईएम) के सह-संस्थापक आनन्द शाह ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, "(नागपुर) से हमें सबसे बड़ा सबक यह मिला कि चारपहिया वाहन अभी तैयार नहीं है. बड़े पैमाने पर ऐसे वाहनों के भारत की सड़कों पर आने में कुछ साल अभी और लगेंगे."

शाह के मुताबिक कंपनी ने इस विश्वास को नहीं छोड़ा है कि विद्युतीकरण लंबी अवधि में व्यवहारिक है. ई-परिवहन को लेकर कंपनी की योजना साझा करते हुए शाह ने कहा, "हम आने वाले वर्षों में दोपहिया और तिपहिया वाहनों पर जोर दे रहे हैं. नागपुर के अनुभव के बाद हम यह कहने की स्थिति में हैं कि हमें फिलहाल इन्हीं दोनों क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए."

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