नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के अर्थला झील पर हुए अवैध निर्माणों को ईद के बाद तोड़ा जाएगा. कुछ दिनों पहले एनजीटी के आदेश पर वहां कुछ मकानों को तोड़ा गया था. लेकिन ईद के त्यौहार को देखते हुए स्थानीय निवासियों को कुछ दिनों की मोहलत दी गई थी.
इस संबंध में ईटीवी भारत ने एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार से बात की और जाना कि जिला प्रशासन झील की जमीन पर हुए अवैध निर्माणों को तोड़ने के लिए क्या रणनीति तैयार कर रहा है. तो एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि झील की जमीन पर हुए अवैध निर्माणों को हर हाल में तोड़ा जाएगा. लेकिन अभी रमजान को देखते हुए वहां के निवासियों को राहत दी गई है. उन्होंने बताया कि ईद के बीतते ही वहां के सभी साढ़े 5 सौ मकानों को तोड़ा जाएगा और इसकी रिपोर्ट एनजीटी को प्रेषित की जाएगी.
पूर्व में भी तोड़े जा चुके हैं कई मकान
एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि कुछ दिनों पहले भी स्थानीय पुलिस और नगर निगम के सहयोग से कुछ मकानों को तोड़ा गया था और लोगों को हिदायत दी गई थी कि जल्द से जल्द अपने लिए दूसरा ठिकाना ढूंढ लें. क्योंकि ईद के बाद सभी अवैध निर्माणों को तोड़ा जाएगा. मुस्लिम बहुल इलाका होने के कारण स्थानीय निवासियों को ईद तक की मोहलत दी गई थी.
अधिकारियों की मिलीभगत
एडीएम सिटी ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से ही इतने बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हुए हैं. इस पूरे मामले के दौरान उस समय नगर निगम में पदस्थापित कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी.