नई दिल्ली: उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोप पत्र तैयार कर लिया है. इस आरोप पत्र को कानूनी सलाह के लिए पुलिस ने सरकारी वकील के पास भेजा है. उनकी सलाह लेने के बाद इसकी कमियों को दूर कर आरोप पत्र को साकेत कोर्ट में अगले माह दाखिल किया जाएगा.
गौरतलब है कि 15-16 अप्रैल की रात एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या कर दी गई थी. पोस्टमार्टम से यह साफ हुआ था कि गला दबाकर और सांस रोककर उसकी हत्या की गई है. इस रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी. इस हत्या के मामले में लगभग एक सप्ताह की छानबीन के बाद क्राइम ब्रांच ने रोहित की पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार किया था.
आरोप पत्र में साक्ष्य होने का दावा
जानकारी के अनुसार इस आरोप पत्र में अपूर्वा के ख़िलाफ़ अहम साक्ष्य होने की बात कही गई है. पुलिस इस हत्याकांड की सभी कड़ियों को जोड़ चुकी है और अदालत के समक्ष इन्हें पेश कर वह अपूर्वा का अपराध साबित करने का दावा कर रही है.
इसमें यह बताया गया है कि अपूर्वा और रोहित के बीच किस तरह दूरियां बढ़ती जा रही थी. अपूर्वा को शक था कि रोहित की रिश्तेदार से उसकी नजदीकियां हैं. इतना ही नहीं उसे लगता था कि इस महिला का बच्चा भी रोहित का ही है. उसे यह डर था कि रोहित की प्रॉपर्टी में उसे कोई हिस्सा नहीं मिलेगा.
पुलिस के अनुसार अपूर्वा ने हत्या के बाद अपने मोबाइल की सभी कॉल डिटेल, मैसेज और व्हाट्सएप मैसेज डिलीट कर दिए थे. पुलिस ने जब उसका मोबाइल जांचा तो वह पूरी तरह से खाली था. इस मामले में पुलिस ने फॉरेंसिक जांच भी करवाई थी और उनका कहना है कि इस रिपोर्ट से भी काफी अहम साक्ष्य अपूर्वा के खिलाफ मिले हैं.
जल्द दाखिल होगा आरोप पत्र
जानकारी के अनुसार 15 अप्रैल को हुई हत्या के इस मामले में 24 अप्रैल को रोहित की पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार किया गया था. हत्या के मामले में गिरफ्तारी के तीन माह के भीतर आरोप पत्र दाखिल करना होता है अगर आरोपी जेल में बंद हो. इस मामले में अपूर्वा जेल में बंद है. इसलिए आगामी 24 जुलाई से पहले क्राइम ब्रांच को आरोप पत्र दाखिल करना है. सूत्रों की माने तो 15 जुलाई से पहले यह आरोप पत्र दाखिल किया जा सकता है.