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PM Modi से बात करके नेपाली प्रधानमंत्री गदगद, बोले- आपका बहुत-बहुत शुक्रिया - Sher Bahadur Deuba

13 जुलाई को नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले शेर बहादुर देउबा ने संसद के निचले सदन में विश्वास मत हासिल कर लिया है. उन्हें 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 वोट हासिल हुए. उन्होंने भारत से संबंधों पर बयान दिया है.

PM Narendra Modi, India Nepal relations
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नेपाली पीएम शेर बहादुर देउबा
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Published : Jul 19, 2021, 3:52 PM IST

Updated : Jul 19, 2021, 5:34 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को फोन पर अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा से बात की. फोन पर हुई बातचीत में पीएम मोदी ने नेपाली प्रधानमंत्री को उनकी नियुक्ति और संसद में विश्वास मत हासिल करने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी. साथ ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबधों को और मजबूती प्रदान करने की बात कही.

दअरसल, प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल की संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल करने पर देउबा को रविवार रात को बधाई दी थी. मोदी ने सोमवार को अपने नेपाली समकक्ष से फोन पर बात की और इस बात पर जोर दिया कि दोनों नेता कोविड-19 वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई सहित अन्य मुद्दों पर सहयोग को बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे.

देउबा ने ट्वीट किया, 'मेरी आज दोपहर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर मैत्रीपूर्ण बातचीत हुई. हमने द्विपक्षीय संबंध और मजबूत करने पर विचार साझा किए. प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल को कोविड-19 टीकों की जल्द आपूर्ति का भरोसा दिलाया. मुझे बधाई देने के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.'

पढ़ें: नेपाल के नए प्रधानमंत्री देउबा ने प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल किया

देउबा ने इस बधाई संदेश के लिए अपने भारतीय समकक्ष का धन्यवाद किया और दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई. उन्होंने रविवार देर रात ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बधाई संदेश देने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया.'

इससे पहले मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से फोन पर बात की और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई सहित भारत और नेपाल के बीच विभिन्न विषयों पर सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए हम साथ मिलकर काम करेंगे.'

बताते चलें कि 75 वर्षीय देउबा ने बहाल की गई प्रतिनिधि सभा में आसानी से विश्वास मत जीत लिया. इसी के साथ कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच हिमालयी देश में आम चुनाव टल गए. नेपाली कांग्रेस के देउबा ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 मत हासिल किए. उन्हें उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद रिकॉर्ड पांचवीं बार 12 जुलाई को संविधान के अनुच्छेद 76(5) के तहत प्रधानमंत्री बनाया गया था। देउबा को संसद का विश्वास हासिल करने के लिए कुल 136 मतों की आवश्यकता थी।

मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को बधाई और सफल कार्यकाल के लिये शुभकामनाएं. मैं सभी क्षेत्रों में हमारी अनूठी साझेदारी और लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने के लिए आपके साथ काम करने को उत्सुक हूं.'

2017 में पीएम बनने के बाद पहली विदेश यात्रा पर भारत आए थे देउबा

इससे पहले देउबा ने जून 2017 में प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा में अगस्त 2017 में भारत का दौरा किया था और प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी. इससे पहले देउबा 1996, 2004 और 2005 में प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार भारत आए थे.

गौरतलब है कि नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के कार्यकाल में दोनों देशों के बीच रिश्ते में तब तनाव पैदा हो गया था, जब भारत ने आठ मई, 2020 में उत्तराखंड में लिपुलेख दर्रे और धारचूला को जोड़ने वाले 80 किलोमीटर लंबे मार्ग का उद्घाटन किया था.

कुछ ही दिनों बाद नेपाल ने एक नया मानचित्र जारी कर लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपनी सीमा के अंदर दिखाया था. भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी और उसे 'एक तरफा कृत्य' करार दिया था.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को फोन पर अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा से बात की. फोन पर हुई बातचीत में पीएम मोदी ने नेपाली प्रधानमंत्री को उनकी नियुक्ति और संसद में विश्वास मत हासिल करने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी. साथ ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबधों को और मजबूती प्रदान करने की बात कही.

दअरसल, प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल की संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल करने पर देउबा को रविवार रात को बधाई दी थी. मोदी ने सोमवार को अपने नेपाली समकक्ष से फोन पर बात की और इस बात पर जोर दिया कि दोनों नेता कोविड-19 वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई सहित अन्य मुद्दों पर सहयोग को बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे.

देउबा ने ट्वीट किया, 'मेरी आज दोपहर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर मैत्रीपूर्ण बातचीत हुई. हमने द्विपक्षीय संबंध और मजबूत करने पर विचार साझा किए. प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल को कोविड-19 टीकों की जल्द आपूर्ति का भरोसा दिलाया. मुझे बधाई देने के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.'

पढ़ें: नेपाल के नए प्रधानमंत्री देउबा ने प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल किया

देउबा ने इस बधाई संदेश के लिए अपने भारतीय समकक्ष का धन्यवाद किया और दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई. उन्होंने रविवार देर रात ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बधाई संदेश देने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया.'

इससे पहले मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से फोन पर बात की और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई सहित भारत और नेपाल के बीच विभिन्न विषयों पर सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए हम साथ मिलकर काम करेंगे.'

बताते चलें कि 75 वर्षीय देउबा ने बहाल की गई प्रतिनिधि सभा में आसानी से विश्वास मत जीत लिया. इसी के साथ कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच हिमालयी देश में आम चुनाव टल गए. नेपाली कांग्रेस के देउबा ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 मत हासिल किए. उन्हें उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद रिकॉर्ड पांचवीं बार 12 जुलाई को संविधान के अनुच्छेद 76(5) के तहत प्रधानमंत्री बनाया गया था। देउबा को संसद का विश्वास हासिल करने के लिए कुल 136 मतों की आवश्यकता थी।

मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को बधाई और सफल कार्यकाल के लिये शुभकामनाएं. मैं सभी क्षेत्रों में हमारी अनूठी साझेदारी और लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने के लिए आपके साथ काम करने को उत्सुक हूं.'

2017 में पीएम बनने के बाद पहली विदेश यात्रा पर भारत आए थे देउबा

इससे पहले देउबा ने जून 2017 में प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा में अगस्त 2017 में भारत का दौरा किया था और प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी. इससे पहले देउबा 1996, 2004 और 2005 में प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार भारत आए थे.

गौरतलब है कि नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के कार्यकाल में दोनों देशों के बीच रिश्ते में तब तनाव पैदा हो गया था, जब भारत ने आठ मई, 2020 में उत्तराखंड में लिपुलेख दर्रे और धारचूला को जोड़ने वाले 80 किलोमीटर लंबे मार्ग का उद्घाटन किया था.

कुछ ही दिनों बाद नेपाल ने एक नया मानचित्र जारी कर लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपनी सीमा के अंदर दिखाया था. भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी और उसे 'एक तरफा कृत्य' करार दिया था.

Last Updated : Jul 19, 2021, 5:34 PM IST
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