नई दिल्ली: त्योहारों का सीजन शुरू होते ही दिल्ली के बड़े मंदिरों की साफ सफाई आदि की व्यवस्था तो वहां की कमेटी पुजारी आदी संभाल लेते हैं, लेकिन पवित्र नवरात्रि के शुरू होते ही सरकारी इमारत परिसर में मौजूद छोटे मंदिरों की देखभाल और साफ सफाई वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड और दूसरे कर्मचारी बखूबी कर पुण्य कमाने में लगे हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक आईटीओ स्थित विकास भवन में कई सरकारी महकमों के आलावा दिल्ली महिला आयोग और दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग, डू सु ब समेत कई अहम विभागों के दफ्तर मौजूद हैं. इसी बिल्डिंग के परिसर में माता का मंदिर भी मौजूद है. दफ्तरों में आने जाने वाले लोग आम दिनों में कुछ कम तो नवरात्री के मौके पर ज्यादा लोग पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं. क्योंकि इन छोटे मंदिरों की देखभाल के लिए हालांकि कोई स्थाई कर्मचारी, पुजारी आदी तो नहीं होता. लेकिन इस बिल्डिंग में मौजूद गार्ड, और दूसरे अन्य कर्मचारी जरूर साफ सफाई और पूजा के लिए जुट गए हैं.
मंदिर पर नहीं होता कोई परमानेंट स्टाफ
बता दें कि जिस इमारत में यह मंदिर मौजूद है, वहां इस मंदिर के लिए कोई परमानेंट पुजारी या केयरटेकर तो होता नहीं हौ. लेकिन यहां मौजूद दफ्तरों के कर्मचारी जरूर पूजा के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में वहां मौजूद गार्ड ही इस मंदिर की देखभाल करते हैं. मंदिर की सफाई में लगे गार्ड ने बताया कि नवरात्रे चल रहे हैं. ऐसे में माता की सेवा करके को पुण्य कमाया जा सकता है, उसे कमा लेना चाहिए.
आम दिनों में सुनसान रहता है मंदिर
नवरात्र के मौके पर जरूर मंदिर को साफ सफाई के बाद सजाया गया हो, लेकिन आम दिनों में इस मंदिर पर सन्नाटा पसरा रहता है. दफ्तर में जाने वाला क्यूं न यहां मत्था टेक करकर आगे बढ़ता हो. लेकिन नवरात्रों में जरूर इस मंदिर पर चहल पहल हो जाती है. महिला हो या पुरुष है, कोई मंदिर में दर्शन करके ही जाता हैं.
देखने वाली बात तो यह है कि क्या नवरात्रों के आलावा भी कोई मंदिर कि देखभाल करता है कि त्यौहार निबटने के बाद वापस मंदिर पर सन्नाटा पसर जाएगा. लेकिन यह तो तय है कि जिस तरह से सरकारी दफ्तरों में तैनात गार्ड मंदिर में भगवान के लिए अपनी पूरी शद्धा से एकस्ट्रा ड्यूटी करते हैं, उन्हें जरुर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त होगा.