ETV Bharat / briefs

चैलेंजर्स ग्रुप की ग़रीब बच्चों को शिक्षा देने की अनोखी पहल

सुकमा में 25 जवान शहीद होने के बाद चैलेंजर्स ग्रुप ने 2 साल पहले 25 अप्रैल 2017 को इस ग्रुप की शुरुआत की थी. पाठशाला के आशीष ने बताया कि नोएडा के कई सेक्टर्स में चैलेंजर्स ग्रुप गरीब बच्चों को फ्री में शिक्षा देता है.

चैलेंजर्स ग्रुप की ग़रीब बच्चों को शिक्षा देने की अनोखी पहल
author img

By

Published : Apr 30, 2019, 9:41 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए नोएडा के चैलेंजर्स ग्रुप ने फ्री में शिक्षा देने की पहल शुरू की है. चैलेंजर्स ग्रुप सेक्टर 25 में पाठशाला खोल कर गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहा है. पैसे न होने की कमी के चलते ये ग्रुप तपती धूप में एक टिन शेड में पाठशाला चला रहा है.

चैलेंजर्स ग्रुप की ग़रीब बच्चों को शिक्षा देने की अनोखी पहल

बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में 25 जवान शहीद होने के बाद चैलेंजर्स ग्रुप ने 2 साल पहले 25 अप्रैल 2017 को ग्रुप की शुरुआत की थी. पाठशाला के आशीष ने बताया कि नोएडा के कई सेक्टर्स में चैलेंजर्स ग्रुप गरीब बच्चों को फ्री में शिक्षा देता है.

नोएडा सेक्टर 12, 22, निठारी, सेक्टर 25 समेत कई इलाकों में ये ग्रुप बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहा है. ग्रुप के तकरीबन 20 से 25 वॉलेंटियर्स आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाते हैं. साथ ही बच्चों को कंप्यूटर की बैसिक नॉलेज या जीके जनरल अवेयरनेस के अलावा क्रिएटिव एक्टिविटी और पिकनिक पर भी ले जाते हैं ताकि बच्चों का पढ़ाई में मन लगा रहे.

ग्रुप की सदस्य रौशनी ने बताया कि ग्रुप को स्टार्ट हुए 2 साल हो गए और इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए 25 जवानों से प्रेरित होकर 25 अप्रैल को की गई. उन्होंने बताया कि बच्चों को पाठशाला बुलाने के लिए उनके परिवार वालों को मनाना पड़ता है.

नई दिल्ली/नोएडा: गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए नोएडा के चैलेंजर्स ग्रुप ने फ्री में शिक्षा देने की पहल शुरू की है. चैलेंजर्स ग्रुप सेक्टर 25 में पाठशाला खोल कर गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहा है. पैसे न होने की कमी के चलते ये ग्रुप तपती धूप में एक टिन शेड में पाठशाला चला रहा है.

चैलेंजर्स ग्रुप की ग़रीब बच्चों को शिक्षा देने की अनोखी पहल

बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में 25 जवान शहीद होने के बाद चैलेंजर्स ग्रुप ने 2 साल पहले 25 अप्रैल 2017 को ग्रुप की शुरुआत की थी. पाठशाला के आशीष ने बताया कि नोएडा के कई सेक्टर्स में चैलेंजर्स ग्रुप गरीब बच्चों को फ्री में शिक्षा देता है.

नोएडा सेक्टर 12, 22, निठारी, सेक्टर 25 समेत कई इलाकों में ये ग्रुप बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहा है. ग्रुप के तकरीबन 20 से 25 वॉलेंटियर्स आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाते हैं. साथ ही बच्चों को कंप्यूटर की बैसिक नॉलेज या जीके जनरल अवेयरनेस के अलावा क्रिएटिव एक्टिविटी और पिकनिक पर भी ले जाते हैं ताकि बच्चों का पढ़ाई में मन लगा रहे.

ग्रुप की सदस्य रौशनी ने बताया कि ग्रुप को स्टार्ट हुए 2 साल हो गए और इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए 25 जवानों से प्रेरित होकर 25 अप्रैल को की गई. उन्होंने बताया कि बच्चों को पाठशाला बुलाने के लिए उनके परिवार वालों को मनाना पड़ता है.

Intro:नोएडा:

यूं तो प्रदेश में कई सरकारे आई और गई, सभी ने सर्व शिक्षा अभियान को प्राथमिकता बताया लेकिन अभी भी ये हाल है कि सैकड़ो की संख्या में बच्चे इससे वंचित है लेकिन नोएडा के चैलेंजर्स ग्रुप ने एक पहल की जिसके तहत वो गरीब परिवार के बच्चों को फ्री में पढ़ते हैं। चैलेंजर्स ग्रुप ने अपनी पाठशाला नोएडा के सेक्टर 25 में खोल है। पैसे न होने की कमी के चलते ग्रुप तपती धूप में एक टीन शेड में गरीब परिवार के बच्चो को पढ़ा रहा है।


Body:छत्तीसगढ़ के सुकमा में 25 जवान शहीद होने के बाद चैलेंज इस ग्रुप ने आज से ठीक 2 साल पहले 25 अप्रैल,2017 कोई इस ग्रुप की शुरुआत की।

चैलेंज इस पाठशाला क्या आशीष ने बताया की चैलेंज इस ग्रुप नोएडा के कई सेक्टरों मैं गरीब बच्चों को फ्री में शिक्षा देता है। नोएडा की सेक्टर 12 22, निठारी, सेक्टर 25 समेत कई इलाकों में शिक्षा दी जाती है। ग्रुप के तकरीबन 20 से 25 वॉलिंटियर्स आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाते हैं। साथ ही बच्चों को कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज या जीके जनरल अवेयरनेस के अलावा क्रिएटिव एक्टिविटी और पिकनिक पर ले जाना भी करते हैं ताकि बच्चों का पढ़ाई में मन लगा रहे।


Conclusion:मई चैलेंज इस ग्रुप के सदस्य रोशनी ने बताया कि हमारे ग्रुप को स्टार्ट हुए 2 साल हो गए और इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए 25 जवानों से प्रेरित होकर 25 अप्रैल कुछ शुरुआत की गई। बच्चों को यहां पर सभी विषयों की जानकारी दी जाती है साथ ही उनको कंप्यूटर की शिक्षा भी दी जाती है।

चैलेंज इस ग्रुप के सदस्य रोशनी बताती हैं कि बच्चों को यहां बुलाने के लिए पहले उनके परिवार वालों को मनाना पड़ता है और बताना पड़ता है कि शिक्षा कितनी जरूरी है। जिसमें उनका रोजाना तकरीबन 1 से 2 घंटा जाया होता है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.