इंदौर : देश में विकास के लिहाज से अलग-अलग इनोवेशन करने वाले नितिन गडकरी देश के पहले यूट्यूबर मंत्री भी हैं, जो यूट्यूब से मिलने वाली रॉयल्टी से हर महीने 400000 रु घर बैठे कमाते हैं. गुरुवार को मध्यप्रदेश के लिए 34 सड़क परियोजनाओं का शुभारंभ करने इंदौर पहुंचे नितिन गडकरी ने अपने यूट्यूब प्रेम को उजागर किया. दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के ऐसे कई काम हैं, जो उन्हें बाकी मंत्रियों से तो अलग बनाते ही हैं, बल्कि इनके चलते मंत्री आए दिन सुर्खियों में भी बने रहते हैं. आइए जानते हैं उनके ऐसे ही कुछ कार्यों के बारे में में...
गडकरी की यूट्यूब से लाखों की कमाई
गडकरी ने संबोधन में बताया कि वह एक अच्छे कुक भी हैं. कोरोना के लॉकडाउन के समय उन्होंने घर पर रहते हुए यूट्यूब के जरिए तरह-तरह की कुकिंग की. इसके बाद उनके बनाए हुए वीडियो और विभिन्न देशों के साथ उनके वक्तव्य और संवाद भी यूट्यूब पर डाले गए. जिसके कारण उन्हें हर महीने 400000 रु यूट्यूब से रॉयल्टी के मिलते हैं.
क्यों मंत्री से डरते हैं इंजीनियर
देश में अरबों रुपए की नई नई सड़कें और सड़क प्रोजेक्ट की सौगात देने में जुटे नितिन गडकरी मैनेजमेंट के स्टूडेंट रहे हैं, लेकिन उनकी सिविल इंजीनियरिंग पर इतनी तगड़ी पकड़ है कि नेशनल हाईवे में काम करने वाले इंजीनियर उनके सवालों से खौफ खाते हैं. इसके अलावा आर्थिक मामलों में उनकी इतनी तगड़ी पकड़ है कि वह किसी भी चार्टर्ड अकाउंटेंट से कम नहीं है. हर सड़क कैसे बनेगी कितनी सीमेंट रेत लोहा कहां से उपलब्ध होगा, यह काम उन्हें उंगलियों पर रटा हुआ रहता है. इसके अलावा अपने इस हुनर के कारण वे विकास के लिहाज से सबसे तेजी से काम करने वाले देश के पहले केंद्रीय मंत्री हैं. यही कारण है कोई भी इंजीनियर आसानी से उनके सामने नहीं पड़ना चाहता.
जब ससुर के घर पर चलवा दिया बुलडोजर
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अपने काम को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहते हैं. हाल ही में उन्होंने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एक किस्सा सुनाते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अपनी पत्नी को बिना बताए हुए ही अपने ससुर का घर तोड़वा दिया था. गडकरी ने बताया कि जब उनकी नई नई शादी हुई थी तो एक परियोजना के दौरान उनके ससुर का घर बीच में आ रहा था. जिसके कारण लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा था. इसके बाद उन्होंने अपने धर्म को निभाते हुए रामटेक स्थित अपने ससुर के घर पर बुलडोजर चलवा दिया था.
पहले मंत्री जिन्होंने माना तेल की बढ़ती कीमतों से लोग परेशान
नितिन गडकरी ने नागपुर में एक एलएनजी फिलिंग स्टेशन का उद्धघाटन करते हुए माना कि लोगों को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण काफी परेशानियां हो रही हैं. उन्होंने कहा कि बढ़ती कीमतों के चलते अब लोगों को दूसरे ईंधन का इस्तेमाल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि एलएनजी और इथेनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन के ज्यादा इस्तेमाल से पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी से राहत मिलेगी.
पार्टी को ही दे डाली थी सलाह
आज के समय में जब नेता हाईकमान पर सवाल उठाने से कतराते हैं, लेकिन गडकरी ऐसे नेता हैं जिन्होंने पार्टी नेतृत्व से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में 2018 के विधानसभा चुनाव की हार के बाद विफलताओं को स्वीकार करने के लिए कह दिया था. उन्होंने कहा था कि जब जीत का सेहरा उनके सिर सजता है तो हार की जिम्मेदारी भी उन्हें ही लेनी होगी.
कामर्स में स्नातकोत्तर हैं गडकरी
नितिन गडकरी का जन्म 27 मई 1957 को नागपुर जिले में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ. वे कामर्स में स्नातकोत्तर हैं. इसके अलावा उन्होंने कानून तथा बिजनेस मनेजमेंट की पढ़ाई भी की है.
गलती दिखते ही लगा देते है क्लास
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का मानना है कि जो लोग काम करते हैं गलती उनसे होती है, लेकिन इस देश में ऐसे भी ब्यूरोक्रेट्स और अधिकारी हैं जो न तो काम करना चाहते हैं, न ही उस काम पर अथवा फाइल पर समय रहते निर्णय लेना चाहते हैं. ऐसे ऐसे लोगों से उन्हें खासी आपत्ति है. उनकी मान्यता है कि यदि आपके पास इच्छाशक्ति है तो कोई भी काम असंभव नहीं है. यही वजह है कि देशभर में तरह-तरह के निर्माण और सुंदर से सुंदर सड़क प्रोजेक्ट में वित्तीय संसाधन जुटाने के साथ वह अब देश में अधोसंरचनात्मक विकास के पर्याय बन चुके हैं.