देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड संपन्न हो गई है. इस बार भारतीय सेना को 288 अधिकारी मिले हैं. जो अब देश सेवा में अपना योगदान देंगे. इस पासिंग आउट परेड में मित्र राष्ट्रों के भी 89 जेंटलमैन कैडेट भी पास आउट हुए. इस परेड से पहले शुक्रवार को आईएमए में स्थित युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण समारोह आयोजित किया गया था. इस दौरान अकादमी के अधिकारियों ने वीर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की थी.
भारतीय सैन्य अकादमी में स्थित युद्ध स्मारक पर 898 बहादुर पूर्व छात्रों के नाम लिखे गए हैं. जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है. इस युद्ध स्मारक का उद्घाटन अकादमी में 17 नवंबर 1999 को फील्ड मार्शल सैम मानेक शॉ ने किया था. युद्ध स्मारक पर 288 जेंटलमैन कैडेट्स ने पासिंग आउट परेड से पहले यहां पर भारतीय सेना की समृद्ध परंपराओं को कायम रखने और राष्ट्र का झंडा हमेशा ऊंचा रखने का संकल्प लिया.
ये भी पढे़ं- Indian Military Academy: 90 साल का सफर, 63 हजार 768 युवा सैन्य अफसर, जानिए पूरा इतिहास
बता दें कि इस बार भारतीय सेना को 288 अधिकारी मिले हैं. इसमें पास आउट होने वाले सबसे अधिक 50 अधिकारी उत्तर प्रदेश से हैं. इसके बाद 33 जेंटलमैन कैडेट्स उत्तराखंड के हैं. तीसरे नंबर पर बिहार राज्य है. जहां के 28 जेंटलमैन कैडेट पास आउट हुए. मित्र राष्ट्रों के जेंटलमैन कैडेट भी पास आउट हुए. मित्र राष्ट्रों के कुल 89 विदेशी कैडेट्स पास आउट हुए. इस बार कुल 8 मित्र राष्ट्रों के जेंटलमैन कैडेट पास आउट हुए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा अफगानिस्तान के 43, दूसरे नंबर पर तजाकिस्तान के 19, भूटान के 18 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल हैं.
ये भी पढे़ं- उत्तराखंड: हर गांव में होगा किशोरी मंगल दल का गठन, PRD जवान बनेंगे फायर वाचर
इस बार पासिंग आउट परेड में रिव्यू ऑफिसर की तरफ से अवॉर्ड पाने वाले जेंटलमैन कैडेट्स में बिहार समस्तीपुर के मौसम वत्स, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के रहने वाले नीरज सिंह पपोला, हिमाचल प्रदेश के मंडी के रहने वाले केतन पटियल, साउथ दिल्ली के रहने वाले दिगंत गर्ग और भूटान के तंजीन नमगे शामिल रहे.