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विश्व टेलीविजन दिवस आज, जानें 21 नवंबर का दिन क्यों है खास

आविष्कार के बाद से टेलीविजन आम लोगों के लिए सूचना, शिक्षा व मनोरंज का मुख्य माध्यम है. विश्व राजनीति में इसके प्रभाव व उपस्थिति को आज भी नकारा नहीं जा सकता है. इन कारणों से टेलीविजन की महत्ता को दर्शाने के लिए विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है. पढ़ें पूरी खबर..World Television Day, World Television Day History.

World Television Day
विश्व टेलीविजन दिवस
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 21, 2023, 1:31 AM IST

हैदराबाद : इंटरनेट व मोबाइल क्रांति के युग में आज भी किक्रेट हो या चुनावी कवरेज, हममें से ज्यादातर लोग मोबाइल के बजाय टीवी पर इसे देखना पसंद करते हैं. वैश्विक स्तर पर टेलीविजन के महत्व को रेखांकित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से 17 दिसंबर 1996 को प्रस्ताव पास कर विश्व टेलीविजन दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था. इसके बाद से हर साल हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है.

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टेलीविजन दिवस को सिर्फ उपकरण का उत्सत्व नहीं माना जाना चाहिए, बल्कि यह उस दर्शन का उत्सव है जिसका यह प्रतिनिधित्व करता है. टेलीविजन संचार और वैश्वीकरण के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है. बता दें कि शांति का समय हो सुरक्षा के लिए संघर्षों का समय, खतरों पर दुनिया का ध्यान आकर्षित करने का या सामाजिक मुद्दों पर वैश्विक स्तर पर ध्यान खींचने का काम टेलीविजन काफी कारगर रहा है. टेलीविजन जनमत तैयार करने में शुरूआत से वैश्विक स्तर पर संचार का ताकवर माध्यम रहा है. उदारीकरण के बाद इसका प्रसार तेजी हुआ. वहीं इंटरनेट व मोबाइल क्रांति के बाद टेलीविजन का स्वरूप काफी बदल गया है. आज घरों से निकलकर यह हर इंसान के हाथों में पहुंच चुका है.

पहला विश्व टेलीविजन फोरम
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 21 और 22 नवंबर 1996 को टेलीविजन के वैश्विक महत्व पर चर्चा के लिए पहला विश्व टेलीविजन फोरम का आयोजन किया गया था. आयोजन में 50 देशों के 130 से प्रमुख मीडिया हस्तियों ने हिस्सा लिया था. इस दौरान आज की बदलती दुनिया में टेलीविजन के बढ़ते महत्व के साथ-साथ भविष्य में इसके स्वरूप पर वक्ताओं ने संबोधित किया. इस दौरान टेलीविजन को बेहतर बनाने के लिए तकनीकि व अन्य स्तर पर एक दूसरो को सहयोग करने पर सहमति बनी. 21 नवंबर पहला विश्व टेलीविजन फोरम का आयोजन किया गया. इसलिए महासभा ने इसी डेट को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था.

इंटरनेट से बदला टेलीविजन का स्वरूप
प्रारंभ में वीडियो प्रसारण के बाद टेलीविजन एक मात्र स्रोत था. समय के साथ टीवी का फार्मेट, इसके तकनीकि पहलू में लगातार बदलाव जारी है. मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया की सुलभता के कारण आज के समय में सामान्य व्यक्ति भी वीडियो प्रसारण करने की क्षमता रखता है. प्रसारण और तकनीक में बदलाव के कारण वीडियो क्वालिटी में गुणात्मक सुधार हुआ है. पहले जहां टीवी एक तरफा संचार का माध्यम था, लेकिन अब यह इंटरैक्टिव मीडियम बन चुका है. इसमें एक साथ ग्रुप में कई लोगों से संवाद का लाइव प्रसारण संभव हो पाया है.

टेलीविजन का सफर

  1. 1924 में टेलीविजन का आविष्कार जे.एल बेयर्ड ने किया था.
  2. 1936 में विश्व में पहली बार टेलीविजन प्रसारण सेवा बीबीसी के द्वारा प्रारंभ किया गया था.
  3. 1937 में अमेरिका में टेलीविजन सेवा प्रारंभ हुआ.
  4. 1953 में अमेरिका के कोलम्बिया ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम ने पहली बार रंगीन कार्यक्रम का प्रसारित किया.
  5. भारत में प्रायोगिक तौर पर टेलीविजन प्रसारण 1957 में ऑल इंडिया रेडियो के द्वारा किया गया था.
  6. प्रारंभ में टीवी पर छात्रों और किसानों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाता है.
  7. 1976 में आल इंडिया रेडियो से टेलीविजन सेवा एक स्वतंत्र ईकाई के रूप में कार्यकरने लगा.
  8. 9वें एशियन गेम्स के दौरान 1985 में टेलीविजन से रंगीन प्रसारण शुरू किया गया.
  9. 1990 के दशक से पहले तक दूरदर्शन टेलीविजन प्रसारण का एक मात्र संसाधन था.

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हैदराबाद : इंटरनेट व मोबाइल क्रांति के युग में आज भी किक्रेट हो या चुनावी कवरेज, हममें से ज्यादातर लोग मोबाइल के बजाय टीवी पर इसे देखना पसंद करते हैं. वैश्विक स्तर पर टेलीविजन के महत्व को रेखांकित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से 17 दिसंबर 1996 को प्रस्ताव पास कर विश्व टेलीविजन दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था. इसके बाद से हर साल हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है.

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टेलीविजन दिवस को सिर्फ उपकरण का उत्सत्व नहीं माना जाना चाहिए, बल्कि यह उस दर्शन का उत्सव है जिसका यह प्रतिनिधित्व करता है. टेलीविजन संचार और वैश्वीकरण के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है. बता दें कि शांति का समय हो सुरक्षा के लिए संघर्षों का समय, खतरों पर दुनिया का ध्यान आकर्षित करने का या सामाजिक मुद्दों पर वैश्विक स्तर पर ध्यान खींचने का काम टेलीविजन काफी कारगर रहा है. टेलीविजन जनमत तैयार करने में शुरूआत से वैश्विक स्तर पर संचार का ताकवर माध्यम रहा है. उदारीकरण के बाद इसका प्रसार तेजी हुआ. वहीं इंटरनेट व मोबाइल क्रांति के बाद टेलीविजन का स्वरूप काफी बदल गया है. आज घरों से निकलकर यह हर इंसान के हाथों में पहुंच चुका है.

पहला विश्व टेलीविजन फोरम
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 21 और 22 नवंबर 1996 को टेलीविजन के वैश्विक महत्व पर चर्चा के लिए पहला विश्व टेलीविजन फोरम का आयोजन किया गया था. आयोजन में 50 देशों के 130 से प्रमुख मीडिया हस्तियों ने हिस्सा लिया था. इस दौरान आज की बदलती दुनिया में टेलीविजन के बढ़ते महत्व के साथ-साथ भविष्य में इसके स्वरूप पर वक्ताओं ने संबोधित किया. इस दौरान टेलीविजन को बेहतर बनाने के लिए तकनीकि व अन्य स्तर पर एक दूसरो को सहयोग करने पर सहमति बनी. 21 नवंबर पहला विश्व टेलीविजन फोरम का आयोजन किया गया. इसलिए महासभा ने इसी डेट को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था.

इंटरनेट से बदला टेलीविजन का स्वरूप
प्रारंभ में वीडियो प्रसारण के बाद टेलीविजन एक मात्र स्रोत था. समय के साथ टीवी का फार्मेट, इसके तकनीकि पहलू में लगातार बदलाव जारी है. मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया की सुलभता के कारण आज के समय में सामान्य व्यक्ति भी वीडियो प्रसारण करने की क्षमता रखता है. प्रसारण और तकनीक में बदलाव के कारण वीडियो क्वालिटी में गुणात्मक सुधार हुआ है. पहले जहां टीवी एक तरफा संचार का माध्यम था, लेकिन अब यह इंटरैक्टिव मीडियम बन चुका है. इसमें एक साथ ग्रुप में कई लोगों से संवाद का लाइव प्रसारण संभव हो पाया है.

टेलीविजन का सफर

  1. 1924 में टेलीविजन का आविष्कार जे.एल बेयर्ड ने किया था.
  2. 1936 में विश्व में पहली बार टेलीविजन प्रसारण सेवा बीबीसी के द्वारा प्रारंभ किया गया था.
  3. 1937 में अमेरिका में टेलीविजन सेवा प्रारंभ हुआ.
  4. 1953 में अमेरिका के कोलम्बिया ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम ने पहली बार रंगीन कार्यक्रम का प्रसारित किया.
  5. भारत में प्रायोगिक तौर पर टेलीविजन प्रसारण 1957 में ऑल इंडिया रेडियो के द्वारा किया गया था.
  6. प्रारंभ में टीवी पर छात्रों और किसानों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाता है.
  7. 1976 में आल इंडिया रेडियो से टेलीविजन सेवा एक स्वतंत्र ईकाई के रूप में कार्यकरने लगा.
  8. 9वें एशियन गेम्स के दौरान 1985 में टेलीविजन से रंगीन प्रसारण शुरू किया गया.
  9. 1990 के दशक से पहले तक दूरदर्शन टेलीविजन प्रसारण का एक मात्र संसाधन था.

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