नई दिल्ली: देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा के खिलाफ शनिवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ और अखिल भारतीय लोकतांत्रिक छात्र संगठन के नेतृत्व में महिलाओं ने ज़ोरदार धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सरकार से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर नीतियां बनाने की मांग की.
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बंगाल की महिलाएं भी मौजूद रहीं. उनके साथ दिल्ली-NCR और देश के अन्य राज्यों से आई महिलाएं भी शामिल हुई. हाथों में पोस्टर बैनर लेकर सभी ने एक सुर में केंद्र की मोदी सरकार और बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को महिला विरोधी बताते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की. महिलाओं का आरोप है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार के आने के बाद देश में अराजकता बढ़ी है.
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महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं में वृद्धि हुई है. वहीं, बंगाल में धर्म के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाया जाता है. इस दौरान अपने साथ हिंसा को झेल चुकी महिलाओं ने अपना दुख सांझा किया और अन्य महिलाओं को आगे आने और आवाज़ बुलंद करने का आह्वान किया
वेस्ट बंगाल की एक महिला ने बातचीत के दौरान कहा कि "ममता बनर्जी और केंद्र की मोदी सरकार दोनों मिली हुई हैं. पहले हमें केंद्र की मोदी सरकार को हटाना है, उसके बाद बंगाल की सरकार को हटाएंगे." वहीं महिला रिजर्वेशन बिल को लेकर उन्होंने कहा कि, "अभी यह सिर्फ पास किया गया है लागू नहीं हुआ है. पता नहीं लागू होने में कितना समय लगेगा. यह सिर्फ 2024 और 26 को देखते हुए सरकार का फैसला है जो सिर्फ नौटंकी है.