ETV Bharat / bharat

दावणगेरे की 60 फीसद महिलाओं ने कोविड काल में PPE किट और अन्य सामान बनाए

कोरोना की दूसरी लहर की वजह से लॉकडाउन के कारण लोगों को जहां काफी समस्या का सामना करना पड़ा. वहीं दावणगेरे जिले (Davangere District) की करीब 60 फीसद महिलाओं ने पीपीई किट, मास्क व गाउन आदि आइटम बनाकर जीवन का एक वैकल्पिक रास्ता खोज लिया है.

दावणगेरे
दावणगेरे
author img

By

Published : Jun 29, 2021, 5:37 PM IST

दावणगेरे : कर्नाटक (Karnataka) के दावणगेरे जिले (Davangere District) में कोरोना संक्रमण की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण गरीब परिवारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं बिना काम के कारण लोगों का जीवन यापन भी कठिन हो गया. ऐसे समय में यहां की महिलाएं जीवन का एक वैकल्पिक रास्ता खोजने में कामयाब रही हैं.

शहर की करीब 60 फीसद महिलाएं खाली बैग सिलती है. लेकिन कोविड के आने पर इन्हें इनकी नौकरी में भी समस्या आई. तब इन महिलाओं को पीपीई किट बनाने के अलावा चिकित्सा से जुड़े अन्य कार्य किए. महिलाओं ने अपना काम एक उद्देश्य से शुरू किया था और अब उसे पूरा करने में सफल हो रही हैं.

ये भी पढ़ें-20,000 साल से भी पहले फैला था कोरोना का प्रकोप! जानें क्या कहता है DNA

इसीक्रम में शहर में आर क्यूब हेल्थ केयर की रश्मि प्रभु के नेतृत्व में महिलाएं ऑपरेशन थिएटर और कोविड वार्ड में मेडिकल स्टाफ द्वारा प्रयोग किए जाने वाले गाउन, पीपीई किट, मास्क और सर्जिकल आइटम बनाती हैं.

जिला प्रशासन के सहयोग से इन वस्तुओं की आपूर्ति दावणगेरे के बापूजी अस्पताल, एसएस अस्पताल, हुबली किम्स, शिवमोग्गा के सुब्बाय्या मेडिकल कॉलेज सहित विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में की जाती है. इस काम में कुल 60 महिलाएं जुटी हुई हैं जो सुबह से शाम तक काम करती हैं. फलस्वरूप उनके परिवार के सामने विषम परिस्थितियों में भोजन की समस्या नहीं है.

दावणगेरे : कर्नाटक (Karnataka) के दावणगेरे जिले (Davangere District) में कोरोना संक्रमण की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण गरीब परिवारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं बिना काम के कारण लोगों का जीवन यापन भी कठिन हो गया. ऐसे समय में यहां की महिलाएं जीवन का एक वैकल्पिक रास्ता खोजने में कामयाब रही हैं.

शहर की करीब 60 फीसद महिलाएं खाली बैग सिलती है. लेकिन कोविड के आने पर इन्हें इनकी नौकरी में भी समस्या आई. तब इन महिलाओं को पीपीई किट बनाने के अलावा चिकित्सा से जुड़े अन्य कार्य किए. महिलाओं ने अपना काम एक उद्देश्य से शुरू किया था और अब उसे पूरा करने में सफल हो रही हैं.

ये भी पढ़ें-20,000 साल से भी पहले फैला था कोरोना का प्रकोप! जानें क्या कहता है DNA

इसीक्रम में शहर में आर क्यूब हेल्थ केयर की रश्मि प्रभु के नेतृत्व में महिलाएं ऑपरेशन थिएटर और कोविड वार्ड में मेडिकल स्टाफ द्वारा प्रयोग किए जाने वाले गाउन, पीपीई किट, मास्क और सर्जिकल आइटम बनाती हैं.

जिला प्रशासन के सहयोग से इन वस्तुओं की आपूर्ति दावणगेरे के बापूजी अस्पताल, एसएस अस्पताल, हुबली किम्स, शिवमोग्गा के सुब्बाय्या मेडिकल कॉलेज सहित विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में की जाती है. इस काम में कुल 60 महिलाएं जुटी हुई हैं जो सुबह से शाम तक काम करती हैं. फलस्वरूप उनके परिवार के सामने विषम परिस्थितियों में भोजन की समस्या नहीं है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.