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नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देंगी महिला कमांडो, महाराष्ट्र में ले रही ट्रेनिंग

बिहार में जल्द ही अब महिला कमांडो सुरक्षा का कमान संभालती दिखेंगी. जल्द ही मुख्यमंत्री और वीआईपी की सुरक्षा भी करती दिखेंगी. बता दें कि बिहार पुलिस से चुनिंदा 92 महिला जवानों को महाराष्ट्र में कमांडो ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. अब ट्रेनिंग खत्म होने को है.

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Published : Sep 8, 2021, 8:43 PM IST

महिला कमांडो
महिला कमांडो

पटना : बिहार पुलिस (Bihar Police) से चुनिंदा 92 महिला सिपाहियों को महाराष्ट्र में महिला कमांडो (Women Cammando) ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. बिहार की पहली महिला कमांडो टीम मुख्यमंत्री की सुरक्षा के साथ-साथ वीआईपी सुरक्षा में भी तैनात रहेंगी.

बता दें कि बिहार पुलिस की पूरी संख्या के अनुपात में 25 फीसदी महिला पुलिसकर्मी (Women Police) बिहार पुलिस में मौजूद हैं. यह अनुपात अन्य राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा है.

बिहार पहला ऐसा राज्य है, जहां पुलिस विभाग में 25 फीसदी महिला पुलिसकर्मी हैं. जिस राज्य को सुरक्षा के लिए कभी अन्य राज्यों पर निर्भर होना पड़ता था, अब उसी राज्य की बेटियां नक्सलियों और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं.

स्पेशल ब्रांच एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार

अर्धसैनिक बलों के बाद बिहार देश का पहला राज्य बन गया है, जहां पर महिला कमांडो की टीम तैयार की गई है. दरअसल, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की विभिन्न बटालियन से चुनी गई महिला सिपाही को सीआरपीएफ सेंटर में ट्रेनिंग दिलवाई जा रही है.

सीआरपीएफ सेंटर भेजने से पहले बिहार में इनकी प्री कंडीशनिंग ट्रेनिंग भी कराई गई थी. पटना स्थित BMP5 और जमालपुर में कमांडो ट्रेनिंग के लिए तैयार करने के बाद इन्हें महाराष्ट्र ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. जल्द ही सभी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद बिहार लौटेंगी. उन्हें एटीएस, एसटीएफ और एसएसजी (Special Security Group) में प्रतिनियुक्ति किया जाएगा.

महिला कमांडो
महिला कमांडो

पढ़ें : बिहार : रामविलास पासवान की पहली बरसी, परिवार को एकजुट करने की कवायद!

महाराष्ट्र के महिला कमांडो ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद इन महिला सिपाहियों को आतंकवादी हमले का मुकाबला करने से लेकर नक्सलियों अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान का हिस्सा बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री की सुरक्षा एसएसजी के पास होती है. इनमें से तैयार होकर आने वाली महिलाओं को भी एसएसजी का हिस्सा बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री की सुरक्षा में भी इन्हें तैनात किया जा सकता है.

महाराष्ट्र में ट्रेनिंग के दौरान इन्हें छोटे-बड़े हमलों को नाकाम करने की विशेष प्रशिक्षण दी जा रही है. इसके अलावा सभी प्रकार के हथियारों की भी ट्रेनिंग दी जा रही है. इसी महीने के अंत तक महिला कमांडो की ट्रेनिंग खत्म हो जाएगी. उसके बाद वे बिहार लौटेंगी.

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुलिस विभाग के साथ-साथ अन्य सरकारी कार्यालयों में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत का आरक्षण दे चुके हैं. बिहार के सभी थानों में महिला सिपाही और अधिकारी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा सड़कों से लेकर कार्यालय तक महिला पुलिस को तैनात किया गया है.

पटना : बिहार पुलिस (Bihar Police) से चुनिंदा 92 महिला सिपाहियों को महाराष्ट्र में महिला कमांडो (Women Cammando) ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. बिहार की पहली महिला कमांडो टीम मुख्यमंत्री की सुरक्षा के साथ-साथ वीआईपी सुरक्षा में भी तैनात रहेंगी.

बता दें कि बिहार पुलिस की पूरी संख्या के अनुपात में 25 फीसदी महिला पुलिसकर्मी (Women Police) बिहार पुलिस में मौजूद हैं. यह अनुपात अन्य राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा है.

बिहार पहला ऐसा राज्य है, जहां पुलिस विभाग में 25 फीसदी महिला पुलिसकर्मी हैं. जिस राज्य को सुरक्षा के लिए कभी अन्य राज्यों पर निर्भर होना पड़ता था, अब उसी राज्य की बेटियां नक्सलियों और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं.

स्पेशल ब्रांच एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार

अर्धसैनिक बलों के बाद बिहार देश का पहला राज्य बन गया है, जहां पर महिला कमांडो की टीम तैयार की गई है. दरअसल, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की विभिन्न बटालियन से चुनी गई महिला सिपाही को सीआरपीएफ सेंटर में ट्रेनिंग दिलवाई जा रही है.

सीआरपीएफ सेंटर भेजने से पहले बिहार में इनकी प्री कंडीशनिंग ट्रेनिंग भी कराई गई थी. पटना स्थित BMP5 और जमालपुर में कमांडो ट्रेनिंग के लिए तैयार करने के बाद इन्हें महाराष्ट्र ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. जल्द ही सभी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद बिहार लौटेंगी. उन्हें एटीएस, एसटीएफ और एसएसजी (Special Security Group) में प्रतिनियुक्ति किया जाएगा.

महिला कमांडो
महिला कमांडो

पढ़ें : बिहार : रामविलास पासवान की पहली बरसी, परिवार को एकजुट करने की कवायद!

महाराष्ट्र के महिला कमांडो ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद इन महिला सिपाहियों को आतंकवादी हमले का मुकाबला करने से लेकर नक्सलियों अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान का हिस्सा बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री की सुरक्षा एसएसजी के पास होती है. इनमें से तैयार होकर आने वाली महिलाओं को भी एसएसजी का हिस्सा बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री की सुरक्षा में भी इन्हें तैनात किया जा सकता है.

महाराष्ट्र में ट्रेनिंग के दौरान इन्हें छोटे-बड़े हमलों को नाकाम करने की विशेष प्रशिक्षण दी जा रही है. इसके अलावा सभी प्रकार के हथियारों की भी ट्रेनिंग दी जा रही है. इसी महीने के अंत तक महिला कमांडो की ट्रेनिंग खत्म हो जाएगी. उसके बाद वे बिहार लौटेंगी.

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुलिस विभाग के साथ-साथ अन्य सरकारी कार्यालयों में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत का आरक्षण दे चुके हैं. बिहार के सभी थानों में महिला सिपाही और अधिकारी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा सड़कों से लेकर कार्यालय तक महिला पुलिस को तैनात किया गया है.

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